भोपाल. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आज 69वां जन्मदिन है। क्या आपने कभी सोचा है किसी नेता का ड्राइवर कोई बात कहें और वो बात सही साबित हो जाए। हम आपको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जुड़ा एक ऐसा ही किस्सा बता रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मध्यप्रदेश की सियासत से भी गहरा संबंध है क्योंकि गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से पहले भाजपा ने नरेन्द्र मोदी को मध्यप्रदेश को प्रभारी बनाया था। नरेन्द्र मोदी 1998 के विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश के प्रभारी थे। इस दौरान वो मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार करने के लिए आए थे।
ड्राइवर ने थी भविष्यवाणी
1998 में नरेन्द्र मोदी भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री थे और मध्यप्रदेश के प्रभारी थे। कहा जाता है कि 1998 में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए नरेन्द्र मोदी रायपुर से भोपाल एयरपोर्ट पहुंच थे। भाजपा की तरफ से नरेन्द्र मोदी को रिसीव करने के लिए एयरपोर्ट पर दो गाड़ियां खड़ीं थी। मोदी का काफिल जब एयरपोर्ट से भोपाल के हमीदिया आस्पताल पर पहुंचा तो एक पुलिसकर्मी ने उनके काफिले को रोक दिया था। मोदी से साथ मौजूद भाजपा नेताओं ने पुलिसकर्मी से काफिला जाने को कहा पर पुलिसकर्मी ने नरेन्द्र मोदी का काफिला रोके रखा
सीएम का निकल रहा है काफिला
उस समय दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश के सीएम थे। पुलिसकर्मी ने कहा- अभी थोड़ी देर बाद यहां से सीएम दिग्विजय सिंह निकलने वाले हैं। उनके निकलने के बाद भी आपकी गाड़ी को जाने की अनुमति मिलेगी। इस दौरान नरेन्द्र मोदी की गाड़ी के ड्राइवर ने गाड़ी से उतरकर पुलिसवाले को समझाने की कोशिश करते हुए बताया कि गाड़ी मे भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और मध्यप्रदेश के भाजपा प्रभारी नरेंद्र मोदी बैठे हैं। उन्हें जाने दें। जब पुलिसकर्मी नहीं माना तो ड्राइवर ने कहा था- कुछ दिन इंतजार करो मेरे नेता के लिए भी काफिले रुकेंगे।
3 साल बाद बने गुजरात के सीएम
इस घटना के तीन साल के बाद 2001 में नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने। 2014 तक वो लगातार गुजरात के सीएम रहे और 26 मई, 2014 को देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। मोदी 2019 में दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बने हैं।
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