विशेष संवाददाता
मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि मैंने अमित भाई (भाजपा अध्यक्ष) से बात की। मैंने कहा कि अगर आप मध्यस्थता करते हैं, तो हम सरकार बना सकते हैं। इस पर अमित भाई ने कहा कि आप चिंता न करें। सब कुछ अच्छा होगा। सरकार बनाने के लिए भाजपा और शिवसेना साथ आएंगे।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर लंबे समय से उठापटक जारी है। यहां तक कि किसी पार्टी के सरकार नहीं बना पाने से झटका लगा और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। शिवसेना सत्ता में बराबर की भागीदारी चाहती थी, इसलिए वह ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग के लिए अड़ी हुई है। शिवसेना की इस मांग पर भाजपा के तैयार नहीं होने पर अब शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार गठन के लिए तैयार हो गई है। लेकिन भाजपा और उसके साथ दलों ने राज्य में सरकार गठन की आस अब भी नहीं छोड़ी है।
शिवसेना से संबंध टूटने के बाद और महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद पिछले दिनों भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अगले छह महीने में राष्ट्रपति शासन के दौरान कोई भी दल कभी भी सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है। चुनाव परिणाम आने के बाद नई शर्तें जोड़ने के लिए शिवसेना को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि इस पर पार्टी उचित समय पर निर्णय लेगी।
शाह ने विपक्ष पर राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि एक संवैधानिक पद को इस तरह राजनीति में घसीटना लोकतंत्र के लिए अच्छी परंपरा नहीं है। सरकार बनाने का मौका छीन लेने के कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के तर्कों को बचकाना बताते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा को सुसुप्त अवस्था में ही डाला है अभी। सभी के पास छह महीने का समय है। कोई भी जा सकता है। किसका मौका छीन लिया और कैसा मौका छीन लिया। उन्होंने कहा जिनके पास भी संख्या है, उसके लिए सरकार बनाने की खुली छूट है।