वॉशिंगटन, 26 अप्रैल। ट्विटर को खरीदने के बाद एलन मस्क ने अभिव्यक्ति की आजादी की वकालत करते हुए ट्वीट किया और कहा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी सबसे अहम होती है। वहीं ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल ने ट्विटर के बिकने के बाद कहा कि ट्विटर का भविष्य अनिश्चित है।
हमारे पास सभी सवालों के जवाब नहीं
ट्विटर के बिकने के ऐलान के बाद कर्मचारियों को संबोधित करते हुए पराग अग्रवाल ने कहा कि कंपनी एलन मस्क को कंपनी को बेचने के लिए राजी हो गई है, हालांकि अभी इसकी आगे की राह पर बात नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे पास सारे सवालों के जवाब नहीं हैं, यह समय अनिश्चितता का समय है। बता दें कि अगर पराग अग्रवाल को कंपनी उनके पद से हटाती है तो रिपोर्ट के अनुसार उन्हें 42 मिलियन डॉलर की राशि का भुगतान करना पड़ेगा। पराग अग्रवाल ने कंपनी के कर्मचारियों को भरोसा दिलाया है वह डील पूरी होने तक कंपनी के सीईओ रहेंगे।
ट्विटर के स्वतंत्र बोर्ड सदस्य चेयर ब्रेट टेलर ने कहा कि एक बार जब डील पूरी हो जाएगी तो मुझे नहीं पता है कि कंपनी किस दिशा में जाएगी। कंपनी के बिक जाने के बाद ट्विटर प्राइवेट कंपनी हो जाएगी, कपनी का बोर्ड भंग हो जाएगा। इससे पहले पराग अग्रवाल और एलन मस्क ने साझा बयान में कहा कि ट्विटर का एक उद्देश्य और लक्ष्य है जिससे पूरी दुनिया प्रभावित होती है। हमे अपनी टीम पर गर्व है।
.कंपनी के कर्मचारियों से बात करेंगे मस्क
बता दे कि एलन मस्क ट्विटर के साथ एक सवाल-जवाब के सेशन में जुड़ेंगे। कंपनी ने अपने कर्मचारियों को इस बात की जानकारी दी है। ट्विटर ने सोमवार को ऐलान किया कि वह एलन मस्क के साथ इस बात को राजी हो गए हैं कि कंपनीको 44 बिलियन डॉलर में बेचा जाए और कंपनी के हर एक शेयर के बदले शेयर धारकों को 54.20 डॉलर की राशि मुहैया कराई जाएगी। गौर करने वाली बात है कि एलन मस्क ने कहा था कि वह ट्विटर को खरीदना चाहते हैं क्योंकि अभिव्यक्ति की आजादी का ट्विटर पूरी तरह से पालन नहीं कर रहा है।
सवाल यह उठता है कि कंपनी के मौजूदा सीईओ पराग अग्रवाल का क्या होगा। रिपोर्ट के अनुसार अगर पराग अग्रवाल को 12 महीने के अंदर कंपनी से निकाला जाता है तो उन्हें 42 मिलियन डॉलर की राशि का भुगतान करना पड़ेगा, जोकि लगभग 3.2 अरब रुपए है। बता दें कि 14 अप्रैल को एलन मस्क ने कंपनी की बोर्ड मीटिंग में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था, उन्होंने कहा था कि उन्हें कंपनी के प्रबंधन में भरोसा नहीं है।