वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दूसरे दिन शनिवार को पांडेपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय परिसर में निर्माणाधीन 50 शैया के महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 22 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन इस चिकित्सालय के निर्माण कार्य में हो रहे विलंब पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई। मौके पर मौजूद कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक आगामी 3 माह में कार्य को पूरा करा लिए जाने की जानकारी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परियोजना प्रबंधक की जमकर क्लास लगाते हुए सवाल किया कि अभी अस्पताल के निर्माण कार्य में काफी काम बाकी है, क्या यह वास्तव में 3 माह में पूरा हो जाएगा? परियोजना प्रबंधक द्वारा 3 माह के अंदर कार्य पूरा करा लिए जाने की जानकारी देने पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर प्रत्येक दशा में निर्माण कार्य को पूरा करा लिया जाए। अन्यथा अब कोई समय विस्तार नहीं दिया जाएगा और जिम्मेदारी निर्धारित कर कार्यवाही होगी। उन्होंने निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का प्रत्येक दशा में पालन सुनिश्चित कराए जाने पर विशेष जोर देते हुए मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण कराए जाने का निर्देश दिए।

दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय परिसर में निर्माणाधीन 50 शैया के महिला चिकित्सालय के निर्माण कार्य को मार्च, 2020 तक प्रत्येक दशा में पूरा कराएं-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

गौरतलब है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय आज की चिकित्सालय परिसर में निर्माणाधीन 50 शैया के इस महिला चिकित्सालय का निर्माण कार्य मार्च, 2018 में पूरा होना था। किंतु समय से कार्य पूर्ण होने पर पहली बार अक्टूबर, 2018 व फिर अक्टूबर, 2019 तक का समय विस्तार दिया गया। तीन बार समय विस्तार देने के बाद भी राजकीय निर्माण निगम द्वारा कार्य पूर्ण नहीं कराया जा सका। अब अंतिम रूप से मार्च, 2020 तक प्रत्येक दशा में कार्य पूर्ण कराए जाने हेतु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक को सख्त हिदायत दी है।

मरीजों को बेहतर से बेहतर निःशुल्क चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित हो

इस दौरान मुख्यमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से अस्पताल की व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि चिकित्सालय में आने वाले प्रत्येक मरीज को उसके आवश्यकता अनुसार बेहतर से बेहतर निःशुल्क चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जाए। मरीजों के साथ चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का व्यवहार अच्छा हो। चिकित्सालय में समुचित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा कर्मियों की कमी बताए जाने तथा संविदा पर कार्यरत कर्मियों को गत 2 माह पूर्व हटा दिए जाने के कारण हो रही समस्या की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने कर्मियों की कमी पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से लिखित रूप से मांग करने का निर्देश दिया तथा कहा कि समस्या होने पर पहले ही उन्हें मांग कर लेनी चाहिए थी।

बच्चों को देखते ही रुके मुख्यमंत्री

पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां पर दो बच्चों को देखा और रुक गए। दोनों बच्चों के सर पर हाथ फेरते हुए उन्होंने बच्चों से उनके अभिभावकों के बारे में जानकारी लेते हुए स्कूल न जाने की वजह पूछी, तो बच्चों ने जब ठंड के कारण स्कूल बंद होना बताया। मुख्यमंत्री ने दोनों के सर पर हाथ फेर कर उन्हें आशीर्वाद दिया। 

इससे पूर्व शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस सभागार में बुनकर बंधुओं से मिलकर उनका कुशलक्षेम पूछने के साथ ही उनकी समस्याओं की भी जानकारी ली। उन्होंने पार्टी के मंडल अध्यक्षों से भी मुलाकात की।

इस दौरान नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, स्टांप एवं पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव सहित अन्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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