आगरा। ताजनगरी आगरा के राजामंडी रेलवे स्टेशन पर स्थित चामुंडा मंदिर को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद के बाद डीआरएम आनंद स्वरुप ने अतिक्रमण न हटने पर स्टेशन को बंद करने की चेतावनी दी है। डीआरएम ने ट्वीट कर कहा कि रेलवे की जमीन पर मंदिर द्वारा अवैध रूप से कब्ज़ा किया गया है। अगर 72 वर्ग मीटर का अवैध निर्माण प्लेटफार्म से नहीं हटाया गया तो यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे स्टेशन को बंद किया जा सकता है।

डीआरएम ने एक पत्र जारी कर कहा कि मंदिर का क्षेत्रफल 1716 वर्ग मीटर है, इसमें 600 वर्ग मीटर में मंदिर का भवन बना हुआ है। उनके मुताबिक इसमें से 72 वर्ग मीटर अवैध निर्माण प्लेटफॉर्म नंबर एक पर हुआ है। उन्होंने कहा कि यह रेलवे के शेड्यूल ऑफ डायमेंशन का उल्लंघन है। डीआरएम ने पत्र जारी कर इसी 72 वर्ग मीटर अवैध निर्माण को हटाने को कहा है।

डीआरएम ने कहा कि भारत सरकार की मंशा है कि ट्रेनों की स्पीड 150 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार तक बढ़ाई जाए, लेकिन अवैध निर्माण और पटरी के काफी वक्राकार होने की वजह से ट्रेन की अधिकतम स्पीड 30 किमी प्रतिघंटा ही रहती है। इसके अलावा दैनिक यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी यह खतरा है। उन्होंने बताया कि आगरा-दिल्ली मार्ग पर ट्रेनों की गति में सुधार के लिए छह करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। अगर अवैध निर्माण हट जाता है तो इस ट्रैक पर ट्रेन 150 किमी प्रतिघंटे की रफ़्तार से दौड़ सकती है। उन्होंने चामुंडा मंदिर के साथ ही अन्य  धार्मिक स्थलों को भी नोटिस जारी किया है। साथ ही कहा है कि अगर अवैध निर्माण नहीं हटता तो स्टेशन को बंद करने के लिए बाध्य होंगे।

मंदिर प्रशासन भी अड़ा  

उधर चामुंडा मंदिर से जुड़े लोग रेलवे की इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि मंदिर काफी पुराना है और सैंकड़ों लोगों की आस्था इससे जुड़ी है। अंग्रेज जब यहां रेल पटरी का निर्माण करवा रहे थे तब भी इस मंदिर को हटाने की कोशिश की गई थी लेकिन आस्था के आगे उन्हें भी झुकना पड़ा था। बता दें कि राजामंडी रेलवे स्टेशन शहर के बीचोंबीच स्तिथि है और प्रतिदिन यहां 23 यात्री ट्रेनों का ठहराव होता है, जबकि रोजाना पांच हजार से अधिक यात्रियों की आवाजाही होती है।