IIMC में असोसिएट प्रोफेसर राकेश उपाध्याय को हिंदी पत्रकारिता विभाग का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। विभाग के पूर्व डायरेक्टर प्रोफेसर आनंद प्रधान के अध्ययन अवकाश पर जाने के बाद राकेश उपाध्याय को ये जिम्मेदारी मिली है। उपाध्याय को पत्रकारिता और अकादमिक शोध के क्षेत्र में 20 साल से अधिक का अनुभव हासिल है l
राकेश उपाध्याय ने विभाग के निदेशक पद की जिम्मेदारी संभाल ली है। राकेश उपाध्याय पत्रकारिता के रास्ते पत्रकारिता शिक्षण में पहुंचे हैं।
उनका पत्रकारीय करियर हिंदुस्तान समाचार से शुरू हुआ। 2003 में वाराणसी से पूर्वांचल की कवरेज की जिम्मेदारी मिली। साथ ही काशी में विश्व संवाद केंद्र की स्थापना में भी भूमिका निभाई।
काशी के बाद दिल्ली आने पर जी न्यूज से टीवी पत्रकारिता की शुरूआत की। जी न्यूज में कई महत्वपूर्ण शो प्रोड्यूस किए। इलेक्शन डेस्क के प्रभारी बने l जी न्यूज से लाइव इंडिया गए। वहां भी ऐंकर होने के साथ बुलेटिन production, स्क्रिप्ट राइटिंग समेत कई अहम जिम्मेदारी निभाई। लाइव इंडिया के बाद न्यूज 24 पहुंचे। न्यूज 24 में मैनेजिंग एडीटर अनुराधा प्रसाद के शो का भी हिस्सा रहे। न्यूज 24 के बाद आजतक पहुंचे। आजतक में दोहरी जिम्मेदारी मिली। शो प्रोड्यूस करने के साथ बाद में रिपोर्टिंग का भी जिम्मा मिला। मेल टुडे से भी जुड़ाव आया l इस दौरान कई बड़ी पॉलिटिकल खबरें ब्रेक की।
राकेश उपाध्याय पॉलिटिकल खबरों के उस्ताद रहे हैं। चुनावी राजनीति की खास समझ है। 2014 के चुनाव से लेकर 2019 के आम चुनाव के साथ यूपी में 2017 और 2022 के चुनाव में भी सटीक आंकड़े बताए। चुनाव के दौरान राकेश उपाध्याय स्टूडियो की बजाय जमीनी हकीकत पर भरोसा रखते और चुनाव के दौरान न्यूज रूम के साथ फील्ड से सीधे सटीक इनपुट हासिल करने में इनका लोहा साथ काम करने वाले सभी एडिटर ने माना हैl
आजतक के बाद स्वास्थ्य कारणों से पत्रकारिता से पत्रकारिता शिक्षा की तरफ बढ़े। 2016 के आखिर में बीएचयू में चेयर प्रोफेसर बने। बीएचयू में 8 शोधकर्ताओं ने उपाध्याय के निर्देशन में अनेक शोध बिंदुओं पर काम किया जिसमें से 2 छात्रों को पीएचडी उपाधि मिल चुकी है l उसके उसके बाद 2022 में भारतीय जनसंचार संस्थान में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर ज्वाइन किया।