भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल बुधवार को ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य राष्ट्रों के उच्च सुरक्षा अधिकारियों की बैठक में शामिल हुए। इस मीटिंग में भारत के अलावा अफगानिस्तान, पाकिस्तान, रूस, चीन, कजाकिस्तान, किर्गीस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के एनएसए भी शामिल हुए थे।

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में अजीत डोभाल ने कहा, ‘भारत साल 2017 में एससीओ का सदस्य बना, लेकिन एससीओ में शामिल देशों के साथ सदियों से इसके तिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और दार्शनिक अंतर-संबंध हैं।’

बैठक में अजीत डोभाल ने सभी रूपो में आतंकवाद की कड़ी निंदा की। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा, ‘सीमा पार से होने वाली आतंकवादी हमलों और आतंकवादियों को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।

अजीत डोभाल ने आगे कहा, ‘हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोन और डार्क वेब के दुरुपयोग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन और सोशल मीडिया समेत आतंकवादियों द्वारा उपयोग की जाने वाली नई तकनीकों की निगरानी करने की आवश्यकता है।’

बता दें, शंघाई सहयोग संगठन (SCO) आठ देशों का एक ग्रुप है, जिसमें भारत के अलावा रूस, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। भारत साल 2017 में इस संगठन का पूर्णकालिक सदस्य बना था। इससे पहले उसकी भूमिका पर्यवेक्षक देश के तौर पर थी।

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