केंद्रीय इलेक्ट्राॅनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर का कहना है कि मोदी सरकार देश में कुशल कार्यबल तैयार कर रही है। बकौल राज्यमंत्री 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सत्ता संभाली थी तब भारत में 32 करोड़ अकुशल कार्यबल थे और हर साल दो से ढाई करोड़ अकुशल लोग कार्यबल में शामिल हो रहे थे।
इस समस्या के समाधान के लिए, मोदी सरकार ने युवाओं को कौशल विकास और उद्यशीलता के लिए प्रशिक्षण की सुविधाएं व अवसर प्रदान कर उन्हें हुनरमंद बनाने को प्राथमिकता दी।
कौशल विकास एवं उद्यमशीलता स्वावलंबीभारत अभियान के तहत ‘उद्यमिता, कौशल एवं स्टार्टअप द्वारा रोजगार सृजन’ विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित करते हुए राज्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना यानी पीएमकेवीवाई इस दिशा में एक अहम पहल है।
कौशल भारत और सशक्त भारत के स्लोगन के साथ काम कर रही मोदी सरकार ने देश के युवाओं को हुनरमंद बनाकर रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए पीएमकेवीआई के अलावा कई अन्य योजनाएं व पहलें शुरू की हैं।
राज्यमंत्री ने बताया कि बीते कुछ साल के दौरान देशभर में 6 करोड़ लोगों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया गया है और इस दिशा में सरकार सतत प्रयत्नशील है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति यानी एनईपी के तहत व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास के पाठ्यक्रम शामिल किए जाने से आने वाले दिनों में बच्चों और युवाओं को कौशल प्रदान करने में मदद मिलेगी। साथ ही, इससे कार्यबल में अकुशल लोगों की तादाद में कमी आएगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू नहीं करने वाले राज्यों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इसपर राजनीति करने वाले लोगों को कोई राजनीतिक लाभ नहीं मिलेगा, मगर इससे वो उन राज्यों के बच्चों और युवाओं को नुकसान जरूर पहुंचा देंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार एनईपी और पीएमकेवीवाई के माध्यम से युवाओें को हुनरमंद बना रही है, जिससे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ‘इंडियाटेकेड’ का विजन पूरा हो और नये भारत के निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका हो। सरकार स्किलिंग, रिस्किलिंग और अपस्किलिंग के जरिये युवाओं को हुनरमंद बना रही है।’’
उन्होंने यहां स्वावलंबी भारत अभियान के तहत स्टार्टअप व उद्यमियों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।