एबी फाउंडेशन की ओर से वेबिनार का सफल आयोजन
हमेशा की तरह आत्मनिर्भर भारत अभियान के लक्ष्य में सहयोग तथा लक्ष्य की प्राप्ति के उद्देश्य हेतु एबी फाउंडेशन की ओर से रविवार 6 दिसंबर को हैंडीक्राफ्ट्स तथा हथकरघा उद्योग का आत्मनिर्भर भारत अभियान में उनकी भूमिका को लेकर आयोजित वेबीनार में बनारस के प्रसिद्ध उद्यमी तथा बनारस के एसोसिएशन के सचिव श्री राजन बहल जी ने इस बात पर बल दिया के हमें सिर्फ प्रोडक्शन के ऊपर अपना ध्यान केंद्रित न कर उनके ऊपभोग पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है । उन्होंने हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्री में जीएसटी कथा बैंकिंग समस्याओं की जानकारी दी जो इस व्यवसाय की गति में रुकावट पैदा कर रहे हैं।
दूसरे वक्ता गांधीवादी विचारधारा के पोषक प्रसिद्ध समाजसेवी श्री राम धीरज जी ने जहां टेक्सटाइल के ऊपर नई पॉलिसी तथा नीति बनाने पर बल दिया तथा साथ ही साथ उन्होंने हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्री के डेवलपमेंट की महत्ता की व्याख्या की। उन्होंने लोगों की जीवन शैली तथा सृजन क्षमता मैं विधि वृद्धि के साथ हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्री की आज के समाज में उसकी ग्रोथ पर बल दिया।
।कार्यक्रम की तीसरे वक्ता वरिष्ठ पत्रकार सुश्री अनिता चौधरी ने जहां खादी इंडस्ट्री में नवीनता तथा उनकी आज के परिपेक्ष्य में जो कंपटीशन युग है उसमें उनके मूल्य को आज की जरूरत बताया।
कार्यक्रम मैं एबी फाउंडेशन के ट्रस्टी चार्टर्ड अकाउंटेंट श्री चंद्रकांत मिश्रा ने इस वेबीनार को आज की जरूरत बताया तथा संस्था के द्वारा किए जा रहे हैं अन्य कार्यक्रमों की जानकारी दी कार्यक्रम के मॉडरेटर की भूमिका का सफल निर्वाह करते हुए श्री रवि पांडे ने हमेशा की तरह अपनी भूमिका को बेहतरीन तरीके से अंजाम दिया।
संस्था के संरक्षक एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री पदम पति शर्मा ने जहां बनारसी साड़ी की सदियों पुरानी परंपराओं को की याद दिलाई तथा साथ ही साथ समाज में व्यवसाय को गति प्रदान करने में भ्रष्टाचार किस प्रकार कम किया जा सके इस पर उन्होंने विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम के अंत में संस्था की ओर से धन्यवाद प्रस्ताव में अधिवक्ता श्री आनंद कुमार सिंह ने जहां इस हैंडीक्राफ्ट उद्योग को क्रिएटिव इंडस्ट्री बदलने की वकालत की तथा इस बात को बताया कि हैंडीक्राफ्ट उद्योग विकसित तथा विकासशील देश दोनों में समान प्रभाव रखता है । उन्होंने जापान के उद्योग का हवाला भी दिया जहां 84 परसेंट उद्योग वहां छोटे और मध्यम साइज है । वहां की बॉस्केट वीविंग की भी जानकारी दी। उन्होंने इस हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्री को जिसे काफी कम पूंजी से शुरू किया जा सकता है । इसे आत्मनिर्भर भारत तथा नया भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में आसानी होगी । अंत में उन्होंने सभी दर्शको से अपील की कि वे जब भी किसी गरीब व्यक्ति से कोई भी हैंडीक्राफ्ट वस्तु खरीदें हमेशा उन्हें उचित मूल्य प्रदान करें।
उन्होंने सारे श्रोताओं- दर्शकों तथा वक्ताओं का धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम को विराम दिया |