रांची। झारखंड विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के कुछ दिनों बाद ही रघुवर दास की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की जाति को लेकर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में रघुवर दास के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। रघुवर दास वर्तमान में कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं जबकि हेमंत सोरेन गठबंधन दल के नेता चुने गए हैं और वे 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
जामताड़ा के एसपी अंशुमान कुमार ने इस बारे में बताया कि हेमंत सोरेन ने 19 दिसंबर को रघुवर दास के खिलाफ शिकायत की थी, जिसके आधार पर उप संभागीय पुलिस अधिकारी ने प्रारंभिक जांच के बाद केस दर्ज किया। हेमंत सोरेन ने दुमका थाने में रघुवर दास के खिलाफ जामताड़ा में एक चुनावी सभा के दौरान उनकी जाति को लेकर आपत्तिजनक बयान देने का आरोप लगाया था। सोरेन ने कहा था कि रघुवर दास के शब्दों से उनकी भावनाएं आहत हुई हैं, क्या आदिवासी परिवार में जन्म लेना अपराध है?
बता दें कि 23 दिसंबर को झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आए। इस चुनाव में हार के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के हाथ से एक और राज्य निकल गया। इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कई कद्दावर मंत्री हार गए। यहां तक कि रघुवर दास भी अपनी सीट नहीं बचा सके और जमशेदपुर ईस्ट से निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय के हाथों उनको करारी हार का सामना करना।
भाजपा अकेले चुनाव लड़ी थी और केंद्र में उसके सहयोगी नीतीश कुमार की जेडीयू और रामविलास पासवान की एलजेपी ने झारखंड में अपने-अपने प्रत्याशी उतारे थे। जबकि सीटों के बंटवारे पर आजसू के साथ भी बीजेपी की बात नहीं बनी थी, इसके बाद आजसू ने प्रदेश की 81 में से 56 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। बीजेपी की बात करें तो पार्टी केवल 25 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी। बीजेपी ने राज्य की 79 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। जबकि बीजेपी से अलग होकर लड़ने वाले इन तीन दलों को कोई खास सफलता नहीं मिल सकी। आजसू को जहां 2 सीटों से संतोष करना पड़ा वहीं, जदयू और लोजपा का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा।