नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद बोर्ड की बैठक में भारत की मौजूदगी में चार देशों के टूर्नामेंट का प्रस्ताव र आईसीसी ने खारिज कर दिया। आईसीसी के मौजूदा नियमों के अनुसार एक सदस्य बोर्ड अधिकतम तीन देशों के टूर्नामेंट की मेजबानी कर सकता है क्योंकि तीन देशों से अधिक के टूर्नामेंट की मेजबानी का अधिकार सिर्फ वैश्विक संस्था को है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा के चार देशों के टूर्नामेंट के प्रस्ताव को बोर्ड द्वारा सर्वसम्मति से खारिज कर दिया गया। इस फैसले के बाद भारत बनाम पाकिस्तान के मैचों की संभावना पर विराम लग गया। राजा ने आईसीसी के सामने पाकिस्तान, भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को शामिल करते हुए चार देशों के वार्षिक टी20 या वनडे टूर्नामेंट के लिए श्वेत पत्र तैयार किया था। उनका मानना है कि इससे वैश्विक निकाय को पांच साल में 750 करोड़ डॉलर (लगभग 57 अरब रुपये) का फायदा हो सकता है, जिसका बड़ा हिस्सा इन चारों देशों को दिया जा सकता है। ऐसी खबरें थीं कि इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के टॉम हैरिसन भी स्वतंत्र रूप से चार देशों के टूर्नामेंट की योजना पर विचार करने के लिए तैयार थे लेकिन बोर्ड की बैठक में बात आगे नहीं बढ़ी।
बीसीसीआई हमेशा अपने रुख में स्पष्ट थी कि वे अपने व्यस्त कार्यक्रम में चार देशों के टूर्नामेंट में नहीं खेलेगी। भारत, पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ एशिया कप और वर्ल्ड कप जैसे कई देशों वाले टूर्नामेंट में ही खेलता है। बोर्ड के एक सदस्य ने कहा, ‘आईसीसी की वित्तीय और वाणिज्यिक मामलों की समिति (एफ एंड सीए) इस प्रस्ताव के खिलाफ थी। जैसा कि हम जानते हैं कि एमपीए (सदस्य भागीदारी समझौता) किसी भी सदस्य राष्ट्र को तीन देशों से अधिक की टूर्नामेंट की मेजबानी करने की अनुमति नहीं देता है। इस तरह की योजना से आईसीसी के प्रमुख टूर्नामेंटों (एकदिवसीय एवं टी20 वर्ल्ड कप) पर असर पड़ेगा। ‘
ICC टूर्नामेंट में होता है भारत-पाक मुकाबला
भारत और पाकिस्तान 2012 से सिर्फ आईसीसी और एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के टूर्नामेंट में एक-दूसरे से भिड़ रहे हैं। दोनों टीम के बीच सीमित ओवरों की पिछली सीरीज 2012 में हुई थी। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने भी एक विदेशी समाचार एजेंसी को साक्षात्कार में कहा था कि बोर्ड का ध्यान अपनी द्विपक्षीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने पर है।