अंकुर शर्मा
नई दिल्ली। अमेरिका के टेक्सास राज्य का ह्यूस्टन शहर रविवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मेगा शो का गवाह बना, इस भव्य कार्यक्रम के मंच से पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दोस्ती को पूरी दुनिया ने देखा, इस कार्यक्रम की बातें पूरी दुनिया में हो रही हैं तो वहीं कांग्रेस के लोकप्रिय नेता शशि थरूर ने इस इवेंट को लेकर कुछ ऐसा कह दिया है, जिसके कारण वो सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए और उसके बाद उन्हें अपनी सफाई पेश करनी पड़ी।
नेहरू और इंदिरा की फोटो शेयर करके बुरे फंसे थरूर
दरअसल Twitter किंग कहे जाने वाले थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका में ‘हाउडी मोदी’ इवेंट में हुए जोरदार स्वागत की तुलना पंडित जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी के स्वागत से कर डाली, उन्होंने एक तस्वीर ट्वीट कर कहा कि वर्ष 1954 में पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी का बिना विशेष जनसंपर्क अभियान और भीड़ प्रबंधन के कितना जोरदार स्वागत हुआ था, जिसके बाद थरूर सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगे और बाद में उन्होंने सफाई दी कि यह तस्वीर अमेरिका की नहीं, बल्कि सोवियत संघ दौरे की है।
थरूर के इस अल्पज्ञान का सोशल मीडिया पर जमकर मजाक उड़ा, लोगों ने उनकी जमकर क्लास लगा दी, ज्योति नाम की एक यूजर ने दो तस्वीरें पोस्ट कर लिखा, ‘आलसी लोगों के लिए यह पुरानी तस्वीर है। पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी की यह तस्वीर वर्ष 1956 के मास्को दौरे की है।’
तो वहीं एक यूजर ने लिखा कि ‘पहली बात यह कि यह तस्वीर अमेरिका की नहीं बल्कि वर्ष 1956 के मास्को दौरे की है। यह कांग्रेस की असली संस्कृति को दिखाती है ..1954 में इंदिरा गांधी किसी भी पद पर नहीं थीं, फिर किस हैसियत से नेहरू उन्हें इस तरह रैली में लेकर निकले?’