आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (aiims) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने शनिवार को मृत्यु दर में सुधार के लिए कोविड -19 के समय पर पता लगाने के महत्व पर जोर दिया। गुलेरिया ने कहा कि कई लोगों को अस्पताल आने और कोविड -19 की जांच कराने से डर लगता है। अब भी कोविड -19 से एक भय जुड़ा हुआ है।’ उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने में देरी से मृत्यु दर में बढ़त हुई है।

गुलेरिया ने बुजुर्ग लोगों को कोरोना वायरस संकट को लेकर सावधानी बरतने को भी कहा। बुजुर्गों को कोविड -19 ( covid 19) का गंभीर संक्रमण होने का अधिक खतरा है। उन्होंने कहा कि अगर आपके घर में बुजुर्ग लोग हैं, तो आपको अतिरिक्त सतर्क रहने की आवश्यकता है। हल्के लक्षणों को देखने के तुरंत बाद स्वास्थ्य जांच करवाएं।
संक्रमण में कमी नहीं आ रही
भारत में लॉकडाउन जारी है और यहां कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार अब भी तेज़ है। लॉकडाउन के तीसरे चरण का पहला सप्ताह समाप्त होने को है, मगर कोरोना के मामलों में अभी संतोषजनक कमी नहीं देखी जा रही है। देश में शनिवार को कोरोना वायरस के 3320 नए मामले सामने आए हैं और 104 लोगों की मौत हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 60,129 हो गए हैं और कोविड-19 से अब तक 1990 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कुल 59662 केसों में 39834 एक्टिव केस हैं, वहीं 17847 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है या फिर वह ठीक हो चुके हैं। कोरोना वायरस से अब तक सर्वाधिक 731 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई। यहां अब इस महामारी से पीड़ितों की संख्या 19063 हो गई है। जहां तक राज्यों का सवाल है तो महाराष्ट्र में पीड़ितों की संख्या 19 हजार के ऊपर जा चुकी है, मरने वाले 731 हैं। गुजरात में आंकड़ा 7400 है और मृतक 449 हो चुके हैं। दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 6300 के पार है और मरने वाले 68 हो चुके हैं। तमिलनाडु में पीड़ित छह हजार से ज्यादा हैं जबकि मरने वालों का आंकड़ा 40 ही है। राजस्थान में संक्रमित 3655 हैं जबकि मृतकों का आंकड़ा सौ पार कर गया। मध्यप्रदेश में 3341 पीड़ित हैं जबकि मरने वाले दो सौ हैं। यूपी में 3200 के पार संक्रमित हैं जबकि 66 मर चुके हैं। पश्चिम बंगाल में 1678 मरीज हैं जबकि दम तोड़ने वालों की संख्या 160 हो गई है।