रमजान का महीना चल रहा है। हर साल की तरह रमजान में सियासी पार्टियां इफ्तार का आयोजन करती हैं। बिहार में प्रमुख विपक्षी दल आरजेडी ने भी इफ्तार पार्टी रखी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को पटना में राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खुद गेट पर जाकर सीएम नीतीश की अगवानी की। इस जानकारी के सामने आने के बाद सियासी पार्टियों ने इसके अलग-अलग मायने निकालने शुरू कर दिए हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इफ्तार के बहाने राजनितिक गोलबंदी की कोशिश होगी।
गौरतलब है कि आरजेडी की ओर से हर साल रमजान के महीने में इफ्तार का आयोजन किया जाता रहा है। इस बार भी इफ्तार को लेकर जोरदार तैयारी की गई है। इस बीच शाम में सीएम की सुरक्षा दल से जुड़े लोग भी राबड़ी आवास पहुंचे जिससे इस बात की पुष्टि होने लगी कि नीतीश कुमार भी इफ्तार में शामिल हो रहे हैं।
बता दें कि वर्ष 2015 में लालू-नीतीश ने मिलकर राज्य में चुनाव लड़ा था और नीतीश के नेतृत्व में सरकार बनी थी। तब तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि बाद में अनबन होने के बाद नीतीश कुमार भाजपा के साथ चले गए। उसके पहले नीतीश कुमार का लालू यादव के साथ दही-चुड़ा खाने की तस्वीर सामने आई थी। लालू से अलग होकर भाजपा से मिलने के बाद नीतीश कुमार का राबड़ी आवास में जाना नहीं हुआ था। कई वर्षों के बाद नीतीश कुमार अब इफ्तार के बहाने राबड़ी आवास जा रहे हैं।
इस बार न सिर्फ नीतीश कुमार बल्कि चिराग पासवान सहित कई अन्य दलों के नेता शामिल हो रहे हैं। मुकेश सहनी, जीतन राम मांझी सहित कई अन्य नेताओं के बारे में कहा जा रहा है कि वे राबड़ी आवास पहुंचेगे। ऐसे में सियासी इफ्तार बिहार की राजनीति में कई नए संकेत दे सकते हैं।