देश में इन दिनों बुलडोजर की चर्चा चल रही है। उत्तर प्रदेश में माफियाओं पर बुलडोजर चला तो दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश में भी बुलडोजर का असर नजर आया। इन सबके बीच अब राजस्थान में भी विकास के नाम पर बुलडोजर चलने लगा है। लेकिन यहां माफियाओं और अवैध निर्माणों की जगह रास्तों को चौड़ा करने के लिए मंदिरों पर बुलडोजर चलाया गया है।
अलवर जिले के राजगढ़ में नगर पालिका द्वारा नगरीय मास्टर प्लान के नाम पर सराय बाजार में की गई कार्यवाही में करीब 85 मकानों दुकानों को तोड़ दिया गया। इसी में तीन मंदिरों पर चले बुलडोजर से सियासत गरमा गई है। इसके साथ ही राजस्थान में कांग्रेस सरकार के राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ से विधायक जौहरी लाल मीणा का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक नगर पालिका में बोर्ड बनाने के लिए मंच से दबाव बना रहे हैं।
उन्होंने खुले में कहा कि पेड़ बबूल का बोए तो आम कहा से खाये..विधायक ने यह भी कहा कि अभी भी 24 घंटे का समय है। अपने 34 पार्षद लेकर आ जाओ हमारा बोर्ड बनवा दो, चेयरमैन न सैनी बनेगा न ब्राह्मण और न ही गुप्ता, चेयरमैन तो एससी एसटी से ही बनेगा। यह वीडियो 14 अप्रैल का बताया जा रहा है।
नगर पालिका द्वारा की गई कार्यवाही में करीब 85 दुकानों मकानों को नगरीय मास्टर प्लान के तहत तोड़ दिया गया। इसमें अनेकों लोगों के पास अपने मालिकाना हक के कागजात थे, लेकिन कार्यवाही में कुछ नहीं देखा गया। सबसे बड़ी बात है कि यहां सैकड़ों साल पुराने मंदिरों पर भी बुलडोजर चला दिया गया। इस कार्यवाही के बाद से जनता में आक्रोश देखा जा रहा है। इस मामले में ब्रज कल्याण परिषद द्वारा राजगढ़ थाने में मामला भी दर्ज कराया गया है।
आपको बता दें कि घटना का वीडियो वायरल होने पर हिंदूवादी संगठनों की ओर से प्रदर्शन और विरोध शुरू हुआ है। इस मामले में स्थानीय विधायक, एसडीएम और ईओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए परिवाद दी गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब उन्होंने कार्यवाही का विरोध किया तो पुलिस ने उन्हें बल पूर्वक हटा दिया।
मामले पर किरोड़ी लाल मीणा ने लिखा, यह स्पष्ट है कि अशोक गहलोत सरकार हिन्दुविरोधी है। मंदिरों को तोड़कर वह हिन्दू आस्था पर चोट मारती रहती है। अलवर के राजगढ़ में 20 अप्रेल को नगर प्रशासन ने विकास की आड़ में 300 साल पुराने मंदिर को ध्वस्त कर दिया। आखिर मुख्यमंत्री जी को हिंदू व उनकी आस्था से इतनी चिढ़ क्यों है?
मामले पर प्रशांत उमराव ने लिखा कि राजस्थान के औरंगजेब अशोक गहलोत ने अलवर में 300 साल पुराना शिवमंदिर बुलडोजर से तुड़वा दिया है।
मदन दिलावर ने लिखा कि, याद करिये जिस प्रकार से औरंगजेब ने हिन्दू मंदिरों को तोड़ा था उसी प्रकार शीर्ष नेतृत्व के आदेश के बाद अलवर में अशोक गहलोत जी ने प्राचीन मंदिर में ड्रील करवाके शिवलिंग को उखाड़ दिया है। ईश्वर से तो भय खाइए……
अमित मालवीय ने ट्विट करके लिखा, राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर…करौली और जहांगीरपुरी पर आसूँ बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचना – यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज़म।
नवीन कुमार जिंदल ने लिखा, जिस प्रकार मुगलों ने हिन्दू मंदिरो को तोडा उसी प्रकार 10 जनपथ के फरमान के बाद राजस्थान के अलवर में अशोक गहलोत 300 साल पुराने मंदिर में से ड्रील करवाके शिवलिंग को उखड़ वा रहा हैं.. पापियों भगवान से डरो..
वहीं, सुनिल यादव ने राहुल गांधी को ट्विट करते हुए लिखा कि, . अलवर में शिवलिंग को ड्रिल मशीन से तुड़वा रहे हो औरंगजेब के रूप में कांग्रेस कर रही हिन्दुओं की आस्था पर चोट हिन्दू भूलेंगे नहीं याद रखना।