नई दिल्ली, 1 मार्च, 2023। माइक्रोसाॅफ्ट के सह-संस्थापक और बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के को-चेयरमैन बिल गेट्स ने बुधवार को यहां केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान आईटी राज्यमंत्री और अमेरिका के दिग्गज प्रौद्योगिकी कारोबारी के बीच इंडिया स्टैक और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के संबंध में बातचीत हुई।
गेट्स ने अपने हस्ताक्षर के साथ एक पुस्तक आईटी राज्यमंत्री को भेंट की।
कोविड-19 महामारी के बाद पहली बार भारत का दौरा शुरू करने से पहले 27 फरवरी को बिल गेट्स ने महामारी से निपटने और आदपा के दौरान प्रगति का मार्ग प्रशस्त करने को लेकर भारत की सराहना की थी। उन्होंने ट्वीट में कहा, “किसी अन्य देश की तरह भारत के पास भी सीमित संसाधन हैं, लेकिन इसने हमें दिखाया है कि दुनिया किस प्रकार बाधाओं के बावजूद प्रगति कर सकती है।’’
गेट्स और आईटी राज्यमंत्री के बीच हुई बातचीत के दौरान राजीव चंद्रशेखर ने अमेरिका में बिताए अपने पुराने दिनों को याद किया।
राजनीति में आने से पहले, श्री राजीव चंद्रशेखर का प्रौद्योगिकी क्षेत्र में करीब तीन दशक का लंबा करियर रहा है। उन्होंने इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ शिकागो से जब कंप्यूटर साइंस में मास्टर प्रोग्राम का अपना कोर्स पूरा किया था तब नौकरी का पहला आॅफर उनको श्री बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन से ही मिला था। माइक्रोसाॅफ्ट उस समय अमेरिका की अग्रणी प्रौद्योगिकी कंपनियों में शुमार थी।
राज्यमंत्री ने अपने उन दिनों को याद किया जब इंटेल कंपनी की कैफेटेरिया में बिल गेट्स, स्टीव जाॅब्स और लैरी एलीसन को डाॅनट साझा करते और बातचीत करते देखना आम बात थी।
श्री राजीव चंद्रशेखर इंटेल इंक में बतौर वरिष्ठ डिजाइन इंजीनियर काम करते थे। भारत आने पर उन्होंने 1994 में बीपीएल मोबाइल की स्थापना की, जो भारत का पहला मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर था।