डबल मर्डर को अंजाम देने के बाद बाइक वही छोड कर आरोपी मौके से फरार
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन जारी है। लेकिन लॉकडाउन के बीच अपराधी सिर उठाने से बाज नहीं आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के नेता और उनके बेटे की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
मृतक समाजवादी पार्टी के नेता का नाम छोटेलाल दिवाकर था। बताया जा रहा है कि छोटेलाल अपने बेटे के साथ अहले सुबह गांव के बाहर टहलने के लिए गए थे। इसी दौरान बाइक पर सवार होकर आए अपराधियों ने उन्हें पीछे से गोली मार दी। गोली लगने से बाप-बेटे दोनों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि डबल मर्डर को अंजाम देने के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए। हालांकि बदमाश वहां अपनी बाइक छोड़ गए।
इधर बहजोई थाना इलाके में हुई इस दोहरे हत्याकांड की सूचना मिलने के बाद यहां सनसनी फैल गई। सपा नेता के समर्थक भारी संख्या में वहां जुट गए। बताया जा रहा है कि छोटेलाल दिवाकर चंदौसी से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी भी थे। इधर हत्याकांड की सूचना मिलने पर मौके पर यहां के एसपी भी पहुंच गए।
मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने मौका-ए-वारदात की गहनता से छानबीन की है। घटना के बाद इलाके के लोग आक्रोश से भर ऊठे हैं और मामले में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
इस हत्याकांड के पीछे मनरेगा के तहत बनाई जा रही सड़क का विरोध बताया जा रहा है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। गांव के ही कुछ दबंग इस सड़क का विरोध कर रहे थे। समाजवादी पार्टी के नेता छोटेलाल दिवाकर की पत्नी गांव की प्रधान हैं। ऐसे में उनका भी ज्यादातर काम छोटेलाल दिवाकर ही देखते थे।
छोटे लाल दिवाकर मंगलवार की सुबह अपने बेटे सुनील दिवाकर के साथ गांव की आबादी के बाहर मनरेगा से बन रही सड़क का जायजा लेने गए थे। आरोप है कि इसी दौरान गांव के ही कुछ दबंग वहां पहुंच गए और आगे अपने खेत होने का हवाला देते हुए सड़क निर्माण का काम आगे न बढ़ाने की हिदायत दी।
जब छोटे लाल दिवाकर ने ऐसा करने से इंकार कर दिया तब दबंगों ने छोटे लाल दिवाकर की गोली मारकर हत्या कर दी। बेटे सुनील ने जान बचाकर भागने का प्रयास किया, लेकिन हत्यारों ने उसे भी गिराकर मौत के घाट उतार दिया। छोटेलाल इस समय चंदौसी विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी प्रभारी के रूप में काम कर रहे थे।