मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वृंदावन आगमन के दौरान यमुना प्रदूषण को लेकर खासे गंभीर दिखाई दिए। संतों, धर्माचार्य एवं भगवताचार्यो के साथ मुलाकात में मुख्यमंत्री न 2021 के अंत के साथ 2022 में शुद्ध यमुना जल के प्रवाह का भरोसा दिलाया। ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन करने के उपरांत मुख्यमंत्री दोपहर करीब साढ़े 12 बजे परिक्रमा मार्ग स्थित कृष्ण कृपा धाम में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के आश्रम पहुंचे।

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के नेतृत्व में ब्रज के संतों, धर्माचार्य एवं भगवताचार्यो के साथ मुलाकात कर यमुना शुद्धिकरण पर गहन मंथन किया। यहां मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास देवाचार्य, गोकुल के पंकज बाबा, भागवताचार्य संजीव कृष्ण ठाकुरजी ने मुख्यमंत्री को ब्रज में यमुना की स्थिति से अवगत कराया। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि ब्रजवासियों यमुना शुद्धिकरण की वर्षों पुरानी मांग को अब पूरा करने का समय आ गया है। यमुना में आज भी गंदे नाले गिर रहे हैं।

यमुना शुद्धिकरण को लेकर लंबे समय से आंदोलन भी चल रहा है। मथुरा-वृंदावन ही एक मात्र तीर्थ ऐसा है, जो यमुना के तट पर है। इस पर मुख्यमंत्री ने संतों को यमुना प्रदूषण मुक्ति की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। संतों को बताया कि यमुना जल्द ही प्रदूषण मुक्त होगी। केन्द्र सरकार भी इस पर गंभीर है। मुख्यमंत्री ने वृंदावन में कुंभ को लेकर भी संतों के साथ चर्चा की।

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने बताया कि मुख्यमंत्री यमुना शुद्धिकरण को लेकर पूर्ण जागरुक हैं। उन्होंने अधिकारियों को भी यमुना शुद्धिकरण की दिशा में ठोस कार्य करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री यहां करीब 20 मिनट रुकने के बाद टीएफसी के लिए रवाना हुए। इस अवसर पर महंत महेंद्र दास महाराज, उत्तर प्रदेश व्यापार कल्याण बोर्ड के चैयरमेन रविकांत गर्ग, नगर निगम के उपसभापति राधाकृष्ण पाठक, डा. मनोज मोहन शास्त्री, बलदेव दाऊजी मंदिर के रिसीवर आरके पांडेय,  बांके बिहारी मंदिर के सेवायत जॉनी गोस्वामी, रमाकांत शास्त्री, चंदन गौतम, विष्णुदान शर्मा, दाऊदयाल चतुर्वेदी, सोमदत्त दीक्षित, विष्णु गिरी ने मुख्यमत्री का स्वागत किया।

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