विशेष संवाददाता
बारिश के चलते सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर भारत को विश्व महिला 20-20 सेमीफाइनल में बिना गेंद फेंके जीत मिल गई। यह खुशी की बात है पर खिताबी टक्कर चैंपियन आस्ट्रेलिया से होगी जो चार बार का फाइनलिस्ट है। मेजबानों ने दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को डकवर्थ लुइस के आधार पर पांच रन से हराया। 20 ओवरों वाले मुकाबले में पहले बल्लेबाजी पर बाध्य आस्ट्रेलिया ने पांच विकेट पर 134 रन बनाए। कप्तान लेनिंग ने नाबाद 49 रन की पारी खेली। क्लार्क ने तीन विकेट लिए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने जब 13 ओवरों में पांच विकेट पर 92 रन बनाए तो बारिश से खेल रोक दिया गया और तब पांच रन की जीत मेजबानों के हाथ लगी।
फाइनल में भारत प्रथम प्रवेशी है और इसका दबाव उस पर रहेगा जबकि आस्ट्रेलिया के लिए यह कोई नई बात नहीं है। बस ये है कि अपने दर्शकों के सामने जीत का दबाव उस पर होगा। दूसरी ओर भारतीयों पर दबाव दूसरे तरह का होगा। उसकी बल्लेबाजी शैफाली के नाम से चलती रही है। जबकि स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर जैसी स्टार की झोली खाली ही रही है। राड्रिग्स और वेदा कृष्णमूर्ति भी छोटे अंशदानो तक ही सीमित रही हैं। फाइनल उनके चलने का सही प्लेटफार्म होना चाहिए। वैसे जो हालात हैं उसके मुताबिक जीत की कुंजी राधा और पूनम यादव के पास होगी। ये दोनों गुगली गेंदबाज मेजबानों के लिए पहेली रहेंगी और इनका तोड़ न खोज पाने की हालत में आस्ट्रेलिया जीत का दावेदार कागज पर ही रहेगा। कहा जा सकता है कि भारत को खोने के लिए कुछ नहीं है, पर फाइनल में पहुंच कर खोने की बात सोची क्यों जाय। खिताबी जीत से यह विश्वास खिलाड़ियों में आएगा कि हम भी इस स्टेज पर जीत दर्ज कर सकते हैं। इसी की कमी भारतीय टीम में पाई जाती है और यह वर्जना टूटने का यही समय है। फिर कोई यह न भूलें कि पहले ही मुकाबले मे भारतीयों ने गत विजेताओं को चौंकाया था और फाइनल मे वह उसी जीत को यादों को यदि संजो कर मेजबानो पर टूट पडती है तो हम एक और उलटफेर की कामना क्यों नहीं कर सकते।