विशेष संवाददाता

लखनऊ । पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “यह भी संयोग है कि आज सुशासन दिवस के दिन, यूपी का शासन जिस भवन से चलता है, वहां अटल जी की प्रतिमा का अनावरण किया गया है। उनकी यह भव्य प्रतिमा, लोकभवन में कार्य करने वाले लोगों को सुशासन की, लोकसेवा की प्रेरणा देगी।”

उन्होंने कहा कि इसके अलावा उनकी जन्म तिधि पर समर्पित अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया गया है। जो लखनऊ, बरसों तक अटल जी की संसदीय सीट रही हो, वहां आकर, शिक्षा से जुड़े, स्वास्थ्य से जुड़े संस्थान का शिलान्यास करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।

अटल जी कहते थे, कि जीवन को टुकड़ों में नहीं देखा जा सकता, उसको समग्रता में देखना होगा। यही बात सरकार के लिए भी सत्य है, सुशासन के लिए भी सत्य है। सुशासन भी तब तक संभव नहीं है, जब तक हम समस्याओं को संपूर्णता में,समग्रता में नहीं सोचेंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हेल्थ सेक्टर के लिए सरकार का रोड मैप है-
पहला- Preventive healthcare पर काम करना, दूसरा- Affordable healthcareका विस्तार करना,
तीसरा- Supply Side Interventions,यानि इस सेक्टर की हर डिमांड को देखते हुए सप्लाई को सुनिश्चित करना और चौथा- Mission Mode intervention।

आज अटल सिद्धि की इस धरती से मैं यूपी के युवा साथियों को, यहां के हर नागरिक को एक और आग्रह करने आया हूं, और वो यह कि आजादी के बाद के वर्षों में हमने सबसे ज्यादा जोर अधिकारों पर दिया है, लेकिन अब हमें अपने कर्तव्यों, अपने दायित्वों पर भी उतना ही बल देना है- हक और दायित्व को हमें साथ-साथ और हमेशा याद रखना है। उत्तम शिक्षा, सुलभ शिक्षा हमारा हक है, लेकिन शिक्षा के संस्थानों की सुरक्षा, शिक्षकों का सम्मान, हमारा दायित्व है।

स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं को गांव-गांव तक सुलभ कराने का जो अभियान यहां की सरकार ने चलाया है, वो यूपी के लोगों के जीवन को आसान बनाने की दिशा में बड़ा कदम हैं।
हमारी सरकार के लिए सुशासन का अर्थ है- सुनवाई, सबकी हो। सुविधा, हर नागरिक तक पहुंचे। सुअवसर, हर भारतीय को मिले। सुरक्षा, हर देशवासी अनुभव करे। और सुलभता, सरकार के हर तंत्र की सुनिश्चित हो

स्वच्छ भारत से लेकर योग तक, उज्ज्वला से लेकर फिट इंडिया मूवमेंट तक और इन सबके साथ आयुर्वेद को बढ़ावा देने तक- इस तरह की हर पहल बीमारियों की रोकथाम में अपना अहम योगदान दे रही है।

Preventive Health Care की ही एक कड़ी है- देश के ग्रामीण इलाकों में सवा लाख से ज्यादा वेलनेस सेंटरों का निर्माण। ये सेंटर बीमारी के शुरुआती लक्षणों को पकड़कर, शुरुआत में ही उनके इलाज में मददगार साबित होंगे।

आयुष्मान भारत के कारण देश के करीब 70 लाख गरीब मरीजों का मुफ्त इलाज हो चुका है, जिसमें करीब 11 लाख यहीं यूपी के हैं।

प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों नागरिकता कानून को लेकर की गयी तोड-फोड और हिँसा पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इसका हक किसी को हक नहीं है। जिन लोगों ने प्रदर्शन के नाम पर सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाया, क्या वो उनकी नहीं थी ? आपको अधिकार है उनके उपयोग का, मगर उनकी सुरक्षा का भी दायित्व आपका है।

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