इस्लामाबाद/वॉशिंगटन। पाकिस्तान संसद मे बीती रात अविश्वास मत पारित होने के बाद पीएम की कुर्सी गंवाने वाले इमरान खान के विदेशी साजिश के आरोपों को अमेरिका ने सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने विपक्षी दलों की मदद से उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए वाशिंगटन में साजिश रचने की बात कही थी। अमेरिका ने कहा कि, इमरान खान के इन दावों में कोई सच्चाई नहीं है।

इमरान खान दावा करते रहे हैं कि उनके खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव उनकी स्वतंत्र विदेश नीति के कारण एक “विदेशी साजिश” का परिणाम है और उन्हें सत्ता से बेदखल करने के लिए विदेशों से मिल रहे धन का इस्तेमाल किया जा रहा है। शुक्रवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधान मंत्री इमरान खान ने अपने आरोपों को फिर दोहराया था कि एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक ने पाकिस्तान में शासन परिवर्तन की धमकी दी थी।

इमरान खान ने आरोप लगाया है कि विदेश विभाग में दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के सहायक सचिव डोनाल्ड लू उनकी सरकार को गिराने के लिए ‘विदेशी साजिश’ में शामिल थे।

उधर इमरान खान के आरोपों पर एक सवाल के जवाब में अमेरिका में विदेश विभाग की उप प्रवक्ता जलिना पोर्टर ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, “मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूं कि इनमें कोई सच्चाई नहीं है।”

उन्होंने कहा कि, हम पाकिस्तान की संवैधानिक प्रक्रिया और कानून के शासन का सम्मान और समर्थन करते हैं। लेकिन ये आरोप बिल्कुल सच नहीं हैं। इससे पहले 31 मार्च को अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने भी पीएम इमरान खान के आरोपों को गलत बताते हुए इनका खंडन किया था।

बता दें कि 27 मार्च को इस्लामाबाद में एक सार्वजनिक रैली में प्रधान मंत्री इमरान खान ने एक लेटर के बारे में खुलासा करते हुए दावा किया था कि अमेरिका से पाकिस्तान सरकार को खतरा है।

और इसी लेटर व कथित साजिश के आधार पर नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने 3 अप्रैल को इमरान खान के खिलाफ लाए गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। लेकिन गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर के फैसले को खारिज कर दिया