20 हजार सरपंचों के समक्ष मोदी का बापू के सपनों को साकार करने का आह्वान
विशेष संवाददाता
साबरमती के रिवरफ्रंट पर मौजूद 20 हजार सरपंचों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ग्यारह करोड़ से ज्यादा शौचालय का निर्माण पांच साल में सुनकर विश्व अचंभित है। उन्होंने कहा यह उपलब्धि हमने महज 60 महीने में ही हासिल की है।
उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व हमें इसके लिए पुरस्कृत कर रहा है, सम्मान दे रहा है। 60 महीने में 60 करोड़ से अधिक आबादी को शौचालय की सुविधा देना, 11 करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण, ये सुनकर विश्व चकित है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने शौचालय का निर्माण किया है। इसके उपयोग की तरफ लोगों को जागरुक किया है।
सिंगल प्लास्टिक से मुक्त करने का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि स्वच्छता, पर्यावरण सुरक्षा और जीव सुरक्षा, ये तीनों विषय गांधी जी के प्रिय थे। प्लास्टिक इन तीनों के लिए बहुत बड़ा खतरा है। वर्ष 2022 तक देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का लक्ष्य हमें हासिल करना है। हमें बापू के इन सपनों को साकार करना है।
पीएम मोदी ने कहा कि साढ़े तीन लाख करोड़ रूपये जल जीवन मिशन पर सरकार ने खर्च करने का फैसला किया है। स्वच्छ भारत अभियान से 75 लाख से अधिक रोजगार के अवसर भारत में बने हैं, जिनमें से अधिकतर गांवों के बहन-भाइयों को मिले हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि UNICEF के अनुसार बीते पांच वर्षों में स्वच्छ भारत अभियान से भारत की अर्थव्यवस्था पर 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
स्वच्छता की वजह से इलाज पर खर्च कम
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मुझे संतोष इस बात का है कि स्वच्छता की वजह से गरीब का इलाज पर होने वाला खर्च अब कम हुआ है। इस अभियान ने ग्राणीण इलाकों, आदिवासी अंचलों में लोगों को रोजगार के नए अवसर दिए, बहनों को भी रानी मिस्त्री बनकर काम करने के मौके दिए।
इससे पहले, पीएम मोदी बुधवार को अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम पहुंचे और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने बापू की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य मे 150 रुपये का स्मृति सिक्का भी जारी किया। स्मरणीय है कि दो अक्टूबर महात्मा गांधी और उनके सच्चे अनुयायी पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादर शास्त्री की जन्म तिथि है। पीएम ने साबरमती आश्रम में कुछ बच्चों और वॉलेंटियर्स से भी मुलाकात की।
इससे पहले पीएम मोदी ने यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत का कद दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। दुनियाभर में भारत के प्रति आदर बढ़ रहा है। कोई भी इस बदलाव को महसूस कर सकता है। दुनिया यह देख सकती है कि वैश्विक स्तर पर भारत ने कई सकारात्मक बदलाव हुए हैं।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती संयुक्त राष्ट्र में काफी उत्साह के साथ मनायी जा रही है। दुनिया की किसी भी समस्या के बारे में बात करिए, महात्मा गांधी के सिद्धांत उन समस्याओं को निदान देते हैं ।