अनिता चौधरी
विशेष संवाददाता
भारत के प्रधानमंत्री मोदी के इस बार के अमेरिका दौरे को लेकर वहां रह रहे प्रवासी भारतीय बहुत उत्साहित हैं। पीएम मोदी के इस आगमन को लेकर सभी भारतीय मूल के लोगो को यही महसूस हो रहा है मानो भारत से उनका पिता घर आया है। एक मुद्दा जो हर भारतीय को रोमांचित कर रहा है वो यह कि भारत और अमेरिका की ये रोमांचित करने वाली केमेस्ट्री का बायोलॉजिकल इम्पैक्ट पूरे विश्व की इंटरनेशनल पालिटिक्स पर पड़ेगा।
आज दोनों देश एक दूसरे की जरुरत बन गए हैं, ऐसे में प्रेसिडेंट ट्रम्प और पीएम मोदी की ये ट्रू फ्रेंड वाली ऐतिहासिक दोस्ती दोनों देशों के जियोग्राफीक डेवलपमेन्ट के लिए अहम होगी।
न्यू जर्सी में रह रहे कुछ भारतीयों ने आपसी बातचीत में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह से कड़े फैसले लेते हुए आगे बढ़ रहे हैं उससे हमारा सीना भी 56 इंच का हो गया है। कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ बहुत ज्यादती हुई आज 370 को फेयरवेल देकर प्रधानमंत्री मोदी जी ने हमारे साथ इंसाफ किया है।
भारत और अमेरिका की ये दोस्ती अमेरिका में रह रहे भारतीयों की ज़िन्दगी की राह भी आसान बनाएगी। अमेरिकन रिपब्लिक के पॉल डिनायलजैक ने हमसे बात करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ट्रम्प और मोदी की इस दोस्ती की उम्र काफी लंबी होगी । दोनों ही नेता “मैन ऑफ एक्शन हैं” , दोनों ही इस्लामिक कट्टरपंथ और आतंकवाद के विरोधी हैं और दोनों ही ज़ुबान के पक्के हैं। जो वादा करते हैं उसे निभाते हैं। आज विश्व गुरु बनने के लिए भारत अमेरिका दोनों ही एक दूसरे की जरूरत हैं और अगर दोनों इसी तरह ही दोस्ताना रिश्तों के साथ आगे बढ़ते हैं तो अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में एक नया आयाम स्थापित होगा।
अमेरिका में रह रहे भारतीय ह्यूस्टन के बाद अब न्यूयॉर्क में भी पीएम मोदी के स्वागत की भव्य तैयारी में जुट गये हैं। 27 सितंबर को पीएम के स्वागत के लिए “चलो यूएन” के नारे के साथ न्यूयॉर्क और आस पास के भारतीय जमा हो रहे हैं, जहां यूएन के सामने मोदी की जय जय कार होगी। लोगों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े इसलिए जग़ह जगह से न्यूयॉर्क के लिए बसें चलाई जा रही हैं। अब तक 5 हज़ार लोग रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।
इंतज़ार बस 27 तारीख का है जब इनके नेता भारत के प्रधानमंत्री यूएन जनरल असेम्बली के लिए आएंगे तब ये समग्र भारतीय संस्कृति के साथ उनके स्वागत में अमेरिका की सरजमीं पर यूएन के सामने भारत माता की जय का नारा बुलंद करेगे।