भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एनएसई और इंडिया बुल्स को दुनिया का सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला करार दिया है. स्वामी का आरोप है कि इन दोनों कंपनियों में टीडीके और पीसी लाभार्थियों के रूप में शामिल है. अगर नमो (पीएम नरेंद्र मोदी) सेबी, वित्त और वाणिज्य मंत्रालय की अड़चनों को दूर कर दें, तो इसको मैं सामने ला सकता हूं. एनएसई की सहायक कंपनी जीएसटीएन में थी, जब तक नमो ने मेरे आग्रह पर इसका राष्ट्रीयकरण नहीं किया था.
सुब्रमण्यम स्वामी ने यह दावा ऐसे समय किया है जब पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया मामले में तिहाड़ जेल में हैं. चिदंबरम की 14 दिनों की सीबीआई हिरासत खत्म होने के बाद उन्हें गुरुवार को उच्च सुरक्षा वाले तिहाड़ जेल भेजा गया था. वरिष्ठ कांग्रेस नेता कथित रूप से अपने बेटे कार्ति चिदंबरम के कहने पर आईएनएक्स मीडिया को एफआईपीबी की मंजूरी दिलाने में कथित अनियमितता के कारण केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय के जांच के घेरे में हैं.
चिदंबरम और उनके बेटे का नाम आईएनएक्स मीडिया के सह संस्थापकों पीटर और इंद्राणी मुखर्जी ने लिया था. ये फिलहाल मुंबई में इंद्राणी की बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में जेल में बंद हैं.
बाहरहाल, चिदंबरम ने अपने एक ट्वीट के जरिये यह रेखांकित करने की कोशिश की है कि उन्होंने छह सदस्यी विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की अनुशंसा पर केवल हस्ताक्षार किए थे. गुरुवार को, चिदंबरम ने तिहाड़ जेल जाने से पहले सरकार पर निशाना बनाने का आरोप लगाया और अपनी गिरफ्तारी को राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित बताया. साथ ही उन्होंने सुस्त अर्थव्यवस्था पर केंद्र का मजाक भी उड़ाया था.
सुनवाई के बाद, चिदंबरम ने अपनी गिरफ्तारी पर और कुछ कहने के स्थान पर कहा था, “पांच प्रतिशत. क्या आप जानते हैं कि पांच प्रतिशत क्या है?” वह नवीनतम जीडीपी आंकड़ों का संदर्भ दे रहे थे.
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