राजीव धवन की हरकत से बिफरे चीफ जस्टिस, कहा- ऐसे सुनवाई नहीं हो सकती

अनिता चौधरी
राजनीतिक संपादक

नयी दिल्ली। देश के सबसे संवेदनशील मुद्दे रामजन्म भूमि की सुनवाई कर रही सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ के मुखिया चीफ जस्टिस रंजन गगोई ने मुस्लिम पक्षकारो के वकील राजीव धवन की नक्शा फाड़ने की हरकत पर गहरी नाराजगी जताते हुए लताड़ लगायी। उन्होंने कहा कि क्या हम लोग बाहर चले जाएँ ?  आप इस तरह से रोक टोक करेंगे तो सुनवाई नही हो सकती। 

इस मामले मे जबरदस्त मोड़ तब आया जब कोर्ट को यह बताया गया की सुन्नी वक्फ बोर्ड 2.77 एकड़ राम जन्मभूमि पर से अपना दावा छोड़ने को तैयार है।

सन् 1810 का अयोध्या जी का वो नक्शा, जिसमें अंग्रेजो ने तीन गुम्बद के नीचे राममन्दिर लिखा ह्रै, इग्लैण्ड की लाइब्रेरी से हिन्दू महासभा ने निकलवाया था। इसको आज  सुप्रीम कोर्ट में रखा गया। हिन्दू महासभा की ओर से स्वामी चक्रपाणि महाराज भी एक अपीलकर्ता है। राम मंदिर में जिनकी अपील संख्या 2636 है। उनकी ओर वकील विकास सिंह  ने यह नक्शा कोर्ट के समक्ष रखा था। लेकिन मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन हिन्दू महासभा की ओर से श्रीराम मन्दिर के ठोस प्रमाण के तौर पर कोर्ट में पेश किये गये नक्शे को देख कर झल्ला गए और उन्होंने कोर्ट में ही नक्शा फाड़ डाला । यह देख कर स्वामी चक्रपाणि का कहना था कि धवन की मानसिक स्थित बिगड़ गयी है। उन्हें मानसिक इलाज की जरूरत है।

अयोध्या पर चल रही सुनवाई के लिए एक वकील ने अतिरिक्त वक्त मांगा, इसपर चीफ जस्टिस ने स्पष्ट कर दिया कि आज शाम पांच बजे अयोध्या मामले की सुनवाई खत्म हो जाएगी। फिलहाल सुन्नी वक्फ बोर्ड के अपील वापस लेने के मामले में कोर्ट में कोई चर्चा नहीं हुई। रामलला विराजमान के वकील सी एस वैद्यनाथन ने अपनी दलीलें 45 मिनट मे समाप्त कर दी।

अयोध्या जमीन विवाद पर चीफ जस्टिस ने कहा कि बहुत हुआ, इस मामले की सुनवाई आज पांच  बजे खत्म हो जाएगी। आज 40वें दिन सुनवाई हुई।

निर्मोही अखाड़े की ओर से दलील मे कहा गया कि बाबर ने मस्जिद बनायी और वो अयोध्या आया इसका कोई सुबूत नहीं है।

उधर पांचू मध्यस्थता समिति की ओर से पैनल ने मंगलवार को संतों और सुन्नी वक्फ बोर्ड के बीच हुई बैठक के बारे में  जानकारी देते हुए कोर्ट मे रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट मे दो शर्त रखी गयी। पहली कि सुन्नी वक्फ बोर्ड अलग जमीन लेने पर तैयार है। दूसरी शर्त यह कि धार्मिक स्थलों की 1947 की स्थिति बरकरार रखी जाय। 

उधर एम सी ढीगरा ने दावा किया कि इस विवादित जमीन पर सुन्नी नहीं शिया वक्फ बोर्ड का मालिकाना अधिकार है। 

अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष के वकील ने नक्शा फाड़ा

अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्ष के एक वकील ने नक्शा फाड़ दिया है। मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने कोर्ट रूम में ये नक्शा फाड़ा है जिसे हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह ने दिया था। बता दें कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट में आखिरी सुनवाई हो रही है। चीफ जस्टिस ने सुनवाई शुरू होते ही साफ-साफ कह दिया कि बस अब बहुत हो चुका, आज सिर्फ 5 बजे तक ही सुनवाई होगी।

सुनवाई शुरु होने पर सबसे पहले रामलला के वकील सीएस वैद्यनाथन ने अपनी दलीलें पूरी की। सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा कि 1857 से 1934 तक शुक्रवार की नमाज के कुछ सुबूत हैं लेकिन हिंदू लगातार पूजा करते रहे हैं।

वैद्यनाथन ने 45 मिनट तक अपनी बात रखी। 45 मिनट पूरा होते ही मुस्लिम पक्ष के वकील धवन ने वैद्यनाथन को टोका। धवन ने कहा कि कोर्ट को शेड्यूल के मुताबिक चलना चाहिए। इसके बाद कोर्ट में दूसरे नंबर पर गोपाल सिंह विशारद के वकील रंजीत कुमार अपनी दलीलें दी।

रंजीत कुमार ने कहा कि कैलाश मानसरोवर में मूर्ति की नहीं पूरे पहाड़ की पूजा होती है। हिंदुओं में कण-कण में भगवान की मान्यता है। रंजीत कुमार के बाद धर्मदास की तरफ से जयदीप गुप्ता ने दलीलें दीं।

धवन के खिलाफ अवमानना का केस करेगी हिन्दू महासभा

सुप्रीम कोर्ट में मस्लिम पक्षकार के वकील द्वारा नक्शा फाड़ने पर राजीव धवन के खिलाफ हिन्दू महासभा कोर्ट मे अवमानना का केस करेगी

यूपी के सभी अफसरों की छुट्टियां रद

राम मंदिर प्रकरण मे सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर होने वाली प्रतिक्रिया के मद्देनजर ऐहतियातन उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी अफसरों की आगामी 30 नवम्बर तक के लिए सभी छुट्टियां रद कर दी हैं।

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