जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक का शुक्रवार को ट्रांसफर कर दिया गया। उन्हें गोवा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वहीं गिरीश चंद्र मुर्मू को जम्मू-कश्मीर का लेफ्टिनेंट गवर्नर नियुक्त किया गया है। आर्टिकल 370 को हटाने और राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद मुर्मू जम्मू-कश्मीर के पहले लेफ्टिनेंट गवर्नर नियुक्त किए गए हैं। वहीं राधा कृष्णा को लद्दाख का लेफ्टिनेंट गवर्नर बनाया गया है। केंद्र सरकार की अनुशंसा पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ये नियुक्तियां की।
आपको बता दें कि 31 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश बन जाएगा। सत्य पाल मलिक बिहार के राज्यपाल रह चुके हैं। मलिक को 2018 में कुछ महीनों के लिए ओडिशा का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया था। सत्य पाल मलिक ने 1989 से 1991 तक अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी किया है। वह 1980-86 और 1986-2992 तक उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के सदस्य भी रहे।
वहीं बात करें मुर्मू की तो वह 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में वित्त मंत्रालय में व्यय सचिव के पद पर हैं। गिरीश चंद्र मुर्मू गुजरात के सीएम रहते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव भी रह चुके हैं। उन्हें प्रधानमंत्री का करीबी विश्वासपात्र माना जाता है। इस वजह से वह मोदी के सीएम रहते गुजरात सरकार में प्रमुख प्रशासनिक पदों पर रहे।
मालूम हो कि केंद्र सरकार की तरफ से पारित हुए जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल के तहत भी जम्मू-कश्मीर में विधानसभा की 107 सीटें हैं। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद बची हुई 107 सीटों में 7 का इजाफा होकर यह 114 हो जाएगी। मोदी सरकार ने गत पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त कर दिये थे।
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि जम्मू कश्मीर के वर्तमान राज्यपाल सत्यपाल मलिक को गोवा का राज्यपाल बनाया गया है। जम्मू कश्मीर के पूर्व वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा को लक्षद्वीप का प्रशासक नियुक्त किया गया।