फ्लोरिडा से अनिता चौधरी
( विशेष संवाददाता )

भारतीय प्रधानमंत्री मोदी वैसे तो हर क्षेत्र में परचम लहरा रहे हैं। विश्व पटल पर भारत हर दिन एक नए आयाम छू रहा है। मगर रोजगार सृजन मोदी सरकार के लिए कहीं न कहीं एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।

ऐसे में विदेशों में रह रहे भारतीय मूल का लोग मोदी सरकार की मदद को आगे आ रहे है। आगे आने वालो मे भारतीय मूल के निवासी गुजरात से मूलतः संबंध रखने वाले अमेरिका के फ्लोरिडा ,टैम्पा में रह रहे किरण भाई पटेल और उनकी पत्नी पल्लवी पटेल  हैं। पेशे से दोनों पति-पत्नी डॉक्टर हैं। लेकिन भारत से उनका लगाव इतना अधिक है कि उनकी चाहत है कि हर भारतीय पूर्ण शिक्षा की तरफ अग्रसर हो स्वावलंबी बने और देश व समाज की सेवा करे। दोनों पति पत्नी अपनी चाहतो की कोशिशों के पंख लगा कर उसे अंजाम तक पहुँचाने की दिशा मे अग्रसर हो चुके हैं जो न सिर्फ उन्हें शिक्षित बनायेगा बल्कि रोजगार क्षेत्र में भी बड़ा भूचाल लाएगा। अमेरिका में पहले ही दोनों पति पत्नी हाई टेक मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना कर चुके हैं। अब डॉक्टर किरण पटेल भारत में भी इसी स्तर के मेडिकल कॉलेज की स्थापना करेंगे। क्योंकि डॉक्टर किरण पटेल का मूल घर गुजरात में है इसलिए अमेरिकन अफलियेशन के साथ मेडिकल कॉलेज के चेन की शुरुआत गुजरात के भरूच से होगी। इस मेडिकल कॉलेज की खास बात ये होगी कि छात्र भारत में रह कर भी कम खर्च में इंटरनेशनल स्तर की शिक्षा ले सकेंगे। यहीं नही इस कॉलेज से मिली डिग्री भी यूएस साथ मान्यता प्राप्त डिग्री होगी। क्योंकि मेडिकल की पढ़ाई के लिए प्रैक्टिकल एजुकेशन बेहद जरूरी है इसलिए ये मेडिकल कॉलेज एक कम्पलीट पैकेज के साथ आएगा जिसमें हाई टेक मेडिकल के साजो समान तो होगे ही साथ ही सभी सुविधाओं से लबरेज अस्पताल भी होगा जिससे डॉक्टर बनने जा रहे इन छात्रों को इंटर्नशीप और प्रैक्टिकल नॉलेज में किसी  दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। काबिलियत किसी भी स्तर पर मात नहीं खाये, इसलिए आर्थिक तौर पर कमजोर छात्रों के लिए स्कॉलरशिप की भी सुविधा होगी। डॉक्टर किरण पटेल ने हमसे बात चीत करते हुए बताया कि 2020 तक ये कॉलेज भरूच और भी बड़ोदरा में अस्पताल के साथ बन कर तैयार हो जाएगे जो उच्च शिक्षा के साथ रोजगार का माध्यम भी बनेगा। बड़ी संख्या में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े हर तबके के लिए रोजगार पैदा करेगा।

डॉक्टर किरन पटेल ने फ्लोरिडा टैम्पा में यूनिवर्सिटी के उद्घाटन के दौरान ये कहा कि मेरी कोशिश है कि भारत में टैलेंट कभी मात नहीं खाये। काबिलियत शिक्षा के रास्ते चल कर रोजगार उत्पन्न करे। साथ ही डॉक्टर किरण पटेल ने ये भी कहा कि जो भी काबिल स्टूडेंट होंगे उन्हें अमेरिका में स्थित उनके यूनिवर्सिटी में रेसिडेंटशिप और पीएचडी की सुविधा भी देंगे। डॉक्टर पटेल ने ये उम्मीद जताई कि जो शुरुआत उन्होंने की है वो बाकी लोगो के लिए एक उदाहरण स्थापित करेगा और विदेशों में रह रहे बाकी भारतीय मूल के लोग भी अपनी अपनी जड़ से जुड़ी जमीन के लिए कुछ बेहतर करने के लिए आगे आएंगे जो भारत की अर्थव्यवस्था और रोजगार के क्षेत्र में एक नया आयाम तय करेगा।

बता दें कि मोदी सरकार भी रोजगार और अर्थव्यवस्था में गिरावट को लेकर बार बार ये दावे कर रही है कि 2020 तक भारत आर्थिक रणनीति को लेकर विश्व गुरु बनेगा। डॉक्टर किरण पटेल उन्ही दावों के एक आगाज़ माने जा रहे हैं।

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