ओमेंद्र सिंह
नई दिल्ली. Bhagat Singh Birth Anniversary: भारत के महान क्रांतिकारियों में से एक भगत सिंह की आज यानी कि 28 सितंबर को 112वीं जंयती है. महज 23 वर्ष की आयु में भारत की आजादी के लिए फांसी का फंदा चूमने वाले भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब के लायपुर जिले के बगा गांव में हुआ था. देश की आजादी के लिए देश के युवाओं में जोश भरने वाले शहीद ए आजम भगत सिंह के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है. इंकलाब जिंदाबाद के नारे से अंग्रेजों के दांत खट्टे करने वाले भगत सिंह ने आजादी के लिए काफी सारे आंदोलन में हिस्सा लिया था.
सरदार भगत सिंह ने अपने छोटे से जीवनकाल में ही एक मजबूत प्रभाव छोड़ा, जिसका असर आज के युवाओं पर भी है. भारत में भगत सिंह का नाम लिए बगैर देश की आजादी और देशभक्ती की बात नहीं की जा सकती है. भगत सिंह को अपने दो साथी राजगुरु और सुखदेव के साथ मिलकर ब्रिटिश पुलिस ऑफिसर जॉन पी सॉंडर्स की हत्या की साजिश के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी. इसके बाद 23 मार्च 1931 को तीनों वीर सपूतों को शाम साढ़े सात बजे फांसी की सजा दे दी गई. हम आपको बता रहे हैं शहीद भगत के प्रसिद्ध विचार जो युवाओं को आज भी प्रेरित करते हैं और सदियों तक लोगों को प्रेरणा देते रहेंगे. आइए जानें महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह के लिखे कुछ महान विचार जो किसी का भी जीवन बदल सकते हैं.








