पूर्व विधायक डा. रजनीकांत दत्ता के साथ खास बातचीत
विशेष संवाददाता
23 नवम्बर की सुबह अप्रत्याशित तौर पर एनसीपी विधायक दल के नेता अजित पवार से हाथ मिला कर महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री पद की लगातार दूसरी बार शपथ लेने वाले भाजपा के देवेन्द्र फडनवीस पर प्रतिक्रिया जानने के लिए जब नेशन-टुडे ने वाराणसी दक्षिणी के पूर्व कांग्रेसी विधायक व नगर के वरिष्ठ चिकित्सक- समाजसेवी रजनीकांत दत्ता से बात की तब राजनीतिक घटनाक्रम से वो प्रसन्न नजर आए।
अपने सिगरा स्थित निवास स्थान पर दी गयी इस भेंट वार्ता में उन्होंने कहा, “बहुदलीय संसदीय प्रजातंत्र नेहरू कांग्रेस द्वारा भारत पर थोपा गया एक अभिशाप था, जिसके चलते राजनीति जो देश के प्रति समर्पण है, वह व्यवसाय बन चुकी है और छोटी-छोटी क्षेत्रीय और प्रांतीय पार्टियां सिद्धांत हीन वैश्या।”
डाक्टर दत्ता ने आगे कहा, “महाराष्ट्र में जो कुछ हुआ वह शिवसेना की व्यक्तिगत सत्ता की हवस थीऔर नेशनल कांग्रेस पार्टी द्वारा एक विदेशी महिला को जिसके विदेशी होने के कारण शरद पवार ने विरोध किया था, उस संकल्प की धज्जियां उड़ाकर देशद्रोही घुसपैठियों को प्रोत्साहन देना है। रही बात सोनिया कांग्रेस की तो वह केरल में मुस्लिम लीग को समर्थन देती है और महाराष्ट्र में घोर हिंदूवादी संगठन शिवसेना को। एक तरफ वो चीन और पाकिस्तान से गल-बहिया करती है और दूसरी तरफ राष्ट्रीयता की बात। वह रंगे सियार वैश्या की तरह कोठे पर बैठकर राजनीति का मुजरा कर रही हैं,आप भी देखिए।”
” जब शरद पवार और संगमा ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के प्रश्न पर कांग्रेस छोड दी थी तभी मैने भी इस पार्टी से नाता तोड लिया था। समय ने साबित कर दिया कि मै गलत नहीं थे।”
“भविष्य के लिए इनका मूल्यांकन करें और सावधान रहें।यह भी पानीपत की तीसरी लड़ाई है इस बार हारना नहीं।
विजयी भवः।
अंत मे डाक्टर साहब ने यह नारा बुलंद करते हुए अपनी बात समाप्त की’- छत्रपति शिवाजी महाराज अमर रहे।।।
वीर सावरकर अमर रहे।।।