विशेष संवाददाता अनिता चौधरी
27 सितंबर को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को संबोधित करेंगे। माना जा रहा अपने भाषण में पीएम मोदी वैश्विक पटल पर भारत का पक्ष रखेंगे मगर सबसे अहम मुद्दा आतंकवाद का होगा जिसकी तरफ पीएम मोदी एक बार फिर पूरे विश्व का ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करेंगे और इस मुद्दे पर पूरी दुनिया से एकजुट होने की अपील करेंगे। भारत पिछले तीन दशक सेभी ज्यादा समय से पाकिस्तान प्रेरित आतंकवाद से जूझ रहा है। आज यह समस्या पूरे विश्व के लिए ज़हर बन चुकी है। इस्लामिक आतंकवाद से दुनिया के लगभग सभी देश आज पीड़ित है। इस्लामिक आतंकवाद को लेकर राष्ट्रपति ट्रम्प ने भी ह्यूस्टन में काफी कठोर शब्द कहे थे।
मोदी के संबोधन के समय मौजूद रहेगा इमरान खान
जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी के भाषण के दौरान वहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के मौजूद रहने की पूरी संभावना है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र के आज के सत्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का भी भाषण होना है। पीएम मोदी का भाषण अगर सातवें स्थान ( रात्रि आठ बजे ) पर है तो इमरान दसवें नंबर ( नौ बजे ) पर भाषण देने के लिए आएंगे। ज़ाहिर सी बात है कि जब इमरान खान बोलेंगे तो अपने रटे रटाये लिखे हुए भाषण के जरिये भारत को काउंटर करने की कोशिश करेंगे और आतंकवाद से अपना मुंह छुपाते नज़र आएंगे। वैसे ये बता दें कि जब यूएनजीए के 74वें सत्र में सार्क देशों की बैठक हुई तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह कुरैशी गुरुवार को आतंकवाद के मुद्दे पर मुंह छुपाते नज़र आये। सार्क देशों की बैठक में महमूद कुरैशी काफी देर जब भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर के उद्दघाटन संबोधन के बाद पहुँचे। हालांकि पूछे जाने पर वो हवाला कश्मीर और 70 का दे रहे थे। मगर यह पूरी दुनिया जानती है कि आतंकवाद के सवाल पर पाकिस्तान के पास जवाब देने को कुछ भी नहीं होता है।

भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने उद्घाटन भाषण में आतंकवाद का मुद्दा बड़े ही जोर शोर से उछाला था। यैसे में पाकिस्तान इस मुद्दे से बचते और चेहरा छुपाते नज़र आ रहा था। वैसे कश्मीर से धारा 370 के हटने के बाद से ही पाकिस्तान में और भी खलबली मची हुई है। भारत सरकार ने 5 अगस्त को कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने पर फैसला लिया था। इस मुद्दे को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दुनिया के सामने कई बार अपना रोना रो चुके हैं। वो बार बार सहानुभूति अर्जित करने के लिये कश्मीर में मानवाधिकार हनन की बात करते नही थकते। हालांकि उन्हें अब तक कहीं से भी कोई साथ नहीं मिला है। मगर इमरान खान इतने बौखलाए हुए है कि पूरे दुनिया ने कश्मीर पर भारत के फैसले को सही ठहराया मगर वे कई बार भारत को परमाणु युद्ध की धमकी भी दे चुके हैं। भारत ने इसके जवाब में हमेशा ही कहा है कि कश्मीर उसका आंतरिक मामला है और पाकिस्तान पहले खुद अपने देश में बैठे आतंकी गुटों का सफाया करे और फिर मानवाधिकार की बात करें।
मोदी कश्मीर व अनुच्छेद 370 को संबोधन में तवज्जो नहीं देंगे
मानाा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर और अनुच्छेद 370 के मामले को तवज्जो नहीं देंगे बल्कि वह बदलती दुनिया के बड़े मुद्दों खासकर बहुपक्षीय वैश्विक व्यवस्था के मुद्दे पर भारत की आकांक्षा एवं भूमिका को रेखांकित रखेंगे। मगर यह भी सच है कि हर बार की तरह इस बार भी पाकिस्तानी पीएम इमरान कश्मीर का मुद्दा जरूर उठाएंगे। खबरों की मानें तो खान ने अपनी पार्टी को न्यूयॉर्क में इस सम्मेलन के दौरान भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रदर्शन आयोजित करने के लिए समुदाय के सदस्यों और एवं मानवाधिकार संगठनों को लामबंद करने का बाकायदा निर्देश भी दिया है।

बता दें कि यूएन जनरल असेम्बली के 74 सत्र के लिए वक्ताओं की प्रारंभिक सूची के अनुसार करीब 112 राष्ट्राध्यक्ष, करीब 48 शासनाध्यक्ष और 30 से अधिक विदेश मंत्री महासभा को संबोधित करने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे हैं। आम चर्चा 24 सितंबर से आरंभ होकर 30 सितंबर तक चलनी है।
