फजलुर रहमान का कराची से चला मार्च चंद घंटो में इस्लामाबाद पहुँचेगा
जनसैलाब तख्ता पलट के मूड में
जो खेल कभी प्रधानमंत्री इमरान खान ने नवाज शरीफ सरकार को सत्ता से उखाड़ फेकने के लिए खेला था, उसी दवा से मौलाना फजलुर रहमान पाकिस्तान के सदर इमरान खान का इलाज करने के लिए लाखों की तादात मे निकल पड़े हैं। एक ही मकसद है इमरान को गद्दी से उतारना।
इनका 27 अक्टूबर से निकला यह “आजादी मार्च” 31 यानी जुमा रात अर्थात गुरूवार को इस्लामाबाद पहुँच जाएगा।

इस मार्च से पीटीआई सरकार की सिट्टीपिट्टीगुम हो चुकी है। मौलाना को शरीफ और जरदारी की पार्टी का भी समर्थन हासिल है।
पाकिस्तान की दसरी सबसे बड़ी इस्लामी पार्टी जमीयत उलेमा-ए-इसलाम के मुखिया रहमान ने, जिनको ” डीजल रहमान ” भी कहा जाता है कहा कि इमरान ने एक तो बेइमानी से चुनाव जीता था, उसको फौज ने जिताया और दूसरे एक साल के भीतर इस शख्स ने हर मोर्चे पर पाकिस्तान की मिट्टी पलीद करके रख दी है। सिर्फ नाकामी ही नाकामी है। उन्होंने कहा कि यह आजादी मार्च इमरान को गद्दी से उतारने तक जारी रहेगा।

फजलुर रहमान को कई बार मोदी और रा का एजेंट बता चुके इमरान ने कहा कि किसी भी तरह की बदअमनी बर्दास्त नहीं की जाएगी। मार्च मे किसी भी तरह का हथियार लेकर चलने की अनुमति नहीं है।
देखना है ऊँट किस करवट बैठता है ? इमरान मुश्किल में तो नजर आ रहे हैं। बुधवार को रहमान का काफिला लाहौर मे था और जिसे बृहस्पतिवार को इस्लामाबाद पहुँचने की उम्मीद है।