50 हजार भारतीयों के सामने अमेरिकी राष्ट्रपति की उपस्थिति ऐतिहासिक लम्हा होगा

पदम पति
वरिष्ठ पत्रकार

भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान टैक्सस राज्य के नगर ह्यूस्टन में 22 सितम्बर को पचास हजार प्रवासी भारतीयों की मोजूदगी मे होने वाली रैली मे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भी मोजूद रहने की उम्मीद है । शायद यह ऐतिहासिक अवसर होगा जब किसी भी देश के प्रधानमंत्री की सार्वजनिक सभा मे अमेरिकी राष्ट्रपति शिरकत करता नजर आएगा।

उभय देश के बीच इस विषय पर बातचीत अंतिम दौर मे चल रही है। दरअसल नयी दिल्ली और वाशिंगटन दोनो ही इस प्रयास मे हैं कि अमेरिका के अंतरिक्ष केन्द्र नासा ( ह्यूस्टन ) मे मोदी और ट्रम्प दो कार्यक्रमों मे भाग ले। प्रधान मंत्री उसी दिन वहां ऊर्जा निर्माता कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक करने वाले हैं । समझा जाता है कि इस बैठक मे भले ही ट्रम्प न रहें मगर रैली में, जहाँ मोदी अनुच्छेद 370 हटाने के कारणों के बारे मे भारतीय समुदाय को संबोधित करने वाले हैं, ट्रम्प की भागीदारी निश्चित मानी जा रही है और इसकी एकाध दिन मे औपचारिक घोषणा भी हो सकती है।

गौरतलब है कि 2014 मे मोदी जी ने जब न्यूयार्क के मेडिसन स्क्वायर मे रैली को संबोधित किया था तब अमेरिका के कई सांसद भी वहां मौजूद रहे ।

एक बात तो तय है कि ट्रम्प की मौजूदगी से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के कलेजे पर सांप लोट जाएगा। इमरान और मोदी दोनो को 27 सितम्बर को यूएनओ की महासभा मे संबोधन के दौरान कश्मीर पर अपना पक्ष रखना है।

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