कांग्रेस में जारी अंदरुनी कलह के बीच उठ रहे कई सवाल
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली. बहुत पुरानी कहावत है, “रोम जल रहा था, नीरो बंसी बजा रहा” , यह काग्रेस के प्रधानमंत्री पद के गैरजिम्मेदार दावेदार राहुल गांधी पर पूरी तरह से फिट बैठती है। एक तोकांग्रेस वैसे ही खस्ताहाल है ऊपर से उसकी और भी दुर्गति करते हुए हुए राहुल गांधी मौज लेने बैंकॉक चले गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल गांधी ने शनिवार को विस्तारा एयरलाइंस के विमान से नई दिल्ली से बैंकॉक की उड़ान भरी है। महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव से चंद दिन पहले ही राहुल गांधी का भारत छोड़ विदेश जाने से राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा और जोर पकड़ चुकी है कि अम्मा सोनिया गांधी के साथ राहुल गांधी के मतभेद सतह पर आ चुके हैं। यह चर्चा इसलिए स्वाभाविक है कि राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक हैं, ऐसे में चुनाव के वक्त उनके बैंकॉक जाने का क्या औचित्य था ? हरियाणा और महाराष्ट्र दोनों राज्यों के चुनाव सिर पर है। इन प्रदेशो के दो बड़े नेता क्रमशः अशोक तंवर और संजय निरुपम यह आरोप लगाते हुए पार्टी से नाराज हो गए कि सोनिया से जुडी मंडली राहुल गांधी के लोगो को किनारे लगाने की साजिश कर रही है। तंवर ने तो शनिवार की शाम कांग्रेस से इस्तीफा भी दे दिया. पार्टी में चल रही अंदरुनी कलह के बीच राहुल गांधी का इस तरह से पलायन इस संदेह को बल प्रदान कर रहा है।
कांग्रेस में अंदरुनी कलह : हरियाणा के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर ने आरोप लगाए कि टिकट बंटवारे में धांधली की गई और पैसे लेकर टिकट दिये गये है। इससे पहले तंवर ने नई दिल्ली में सोनिया गांधी के आवास के बाहर प्रदर्शन भी किया था।
दूसरी तरफ महाराष्ट्र में भी कांग्रेस में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के बड़े नेता संजय निरुपम भी आला नेताओं से नाराज चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ रही है ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में उन्होंने यह कहते हुए प्रचार करने से साफ मना कर दिया कि चार पाच को छोड़कर मुम्बई मे कांग्रेस की शेष सभी सीट पर जमानत जब्त होगी।
महाराष्ट्र और हरियाणा में 21 को वोटिंग : हरियाणा और महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने है। हरियाणा की 90 और महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में वोटिंग होनी है। इस चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को जारी किए जाएंगे। विधानसभा चुनाव में सिर्फ 15 दिन बचे हैं और राहुल गांधी का बैंकॉक जाना उनकी नाराजगी का स्पष्ट संकेत कर रहा है।
कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने दिया था अध्यक्ष पद से इस्तीफा : इस साल मई में हुए लोकसभा चुनाव में देशभर में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली थी। उसके बाद राहुल गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि पार्टी के कई नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने. अंततः उनकी मां सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया।
2015 में भी राहुल गांधी बैंकॉक गए थे : इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद राहुल गांधी छुट्टिया मनाने दो महीने के लिए बैंकॉक चले गए थे। उस दौरान भी उन पर कई तरह के सवाल उठाए गए थे। सत्ता पक्ष के नेताओं ने उनको निशाने पर लिया था। लोकसभा के बजट सत्र में भी वे नहीं पहुंचे थे।
माना जा रहा है कि हरियाणा मे कांग्रेस दोहरे अंक तक भी शायद ही पहुंच सके और महाराष्ट्र मे यदि उसे बीस सीट भी मिली तो यह बडी बात होगी। उसकी तुलना मे शरद पवार की एनसीपी अपेक्षाकृत कही बेहतर स्थिति मे बतायी जाती है।