विजय
सिरसा। हरियाणा में सिरसा जिला की कालांवाली नगरपालिका समिति के वार्ड नंबर-6 स्थित गली खेत्रपालवाली में एक सांड के चारा खाने की वजह से एक परिवार सकते में आ गया। परिवार की महिला ने गलती से सब्जियों के छिलकों के साथ सोना घर से बाहर गली में फेंक दिया था। गली में घूम रहे सांड ने सब्जियों को खाया। सब्जियों के साथ ही वह सांड चार तोला सोना भी निगल गया। उधर, जब परिजनों को अपना सोना नहीं मिला तो उनका माथा ठनकने लगा। सीसीटीवी चेक करने पर पता चला कि सोना फेंकी गई सब्जियों में था। जिसे आवारा सांड ने सब्जियों के साथ निगल लिया था। उस सांड की पूंछ आधी कटी हुई थी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए परिजन उस सांड को खोजने लगे। काफी ढूंढने के बाद सांड को पहचान कर पकड़ा गया।
घर की बहुओं ने रसोई में रख दिए गहने और फिर..
परिजन उस सांड को घर ले आए। उसके बाद उसके पेट सोना निकलवाने के लिए उसकी खातिरदारी में जुट गए। पड़ोसियों ने कहा कि सांड को भरपेट चारा खिलाया जाए तो सोना गोबर में निकल सकता है। ऐसे में उन परिजनों की ओर से सांड को हरा-चारा, गुड़-केला आदि खिलाया जाने लगा। इस बारे में पूछे जाने पर एक शख्स ने कहा कि बीते शुक्रवार को उसका परिवार किसी फंक्शन में गया था। वहां से लौटने के बाद उनके घर की बहू सोने के गहने उतारकर रसोई में कटोरी में रखकर सो गई थीं।
दूसरे दिन चला पता कि सोना सब्जियों में फिंक गया था
दूसरे दिन जब रसोई में सब्जी काटी गई तो घर की बुजुर्ग महिला सब्जियों के छिलके गली में फेंक आई। हालांकि, इस दौरान सोने के गहने वाली कटोरी भी उस सब्जियों के कचरे में छिप गई। एक सांड उधर चरने आया और वह उन सब्जियों के छिलकों को खा गया। इसके बाद गली से गुजरते वक्त उसी बुजुर्ग महिला ने सोने की टप्स चमकते देखीं। उसे लेकर बुजुर्ग महिला ने परिजनों दिखाया। जिसके चलते परिजनों को याद आया कि उन्होंने रसोई में सोने के गहने उतारकर रखे थे। वही सोना गलती से सब्जियों के फेंके हुए छिलकों में चला गया होगा।
डॉक्टर बोले- एक्स-रे करके सोने का पता लग सकता है
जिसके बाद सीसीटीवी चेक करने पर परिजनों का संदेह साफ हो गया और वे उस सांड को खोजने लगे, जो गली में चरने आया था। शनिवार को उन्हें वही सांड किसी गली में खुली जगह पर बैठा हुआ मिला। इंजेक्शन लगवाकर उस सांड को लाया गया और फिर एक खाली जगह पर बांध दिया गया। डॉक्टर एवं कुछ जानकारों ने कहा कि या तो सोना चारा खिलाकर निकल सकता है या फिर पशु अस्पताल में सांड के पेट का एक्स-रे करके सोने का पता लगाया जाए। यदि सोना अंदर हुआ तो फिर ऑपरेशन से ही उसे निकाला जा सकेगा। मगर, इससे सांड की जान भी जा सकती है।
परिजन बोले- चारा ही खिलाएंगे, लेकिन पशु की जान नहीं लेंगे
ऐसे में उन परिजनों ने कहा कि वो पहले वाली तरकीब का ही सहारा लेंगे। मगर, वो नहीं चाहेंगे कि 4 तोले सोने की वजह से किसी निर्दोष पशु की जान चली जाए।