नागपुर।  राहुल गांधी ने दिल्ली रैली के दौरान यह कह कर कि मैं राहुल सावरकर नहीं हूं, जो माफी मांगूंगा, बर्रे के छत्ते मे हाथ डाल दिया है। राहुल का यह बयान बीजेपी के साथ ही शिवसेना को भी रास नहीं आया है। 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ‘सावरकर’ बयान पर हंगामा होना स्वाभाविक है।  नागपुर में सोमवार से शुरू महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने ‘मैं भी सावरकर’ टोपी पहनी है।

सोमवार को सत्र शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। विपक्ष का रुख देखते हुए साफ है कि महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र मे हंगामा होना तय है।  इससे पहले रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसके संकेत दे दिए थे। सत्र के पहले ही दिन सावरकर और किसानों का मुद्दा सत्र में हंगामा खड़ा कर सकता है।

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को बीजेपी की माफी की मांग पर कटाक्ष  कसते हुए कहा कि उनका नाम राहुल सावरकर नहीं है, वह राहुल गांधी हैं और माफी नहीं मांगेंगे।राहुल गांधी दिल्ली में पार्टी की ओर से रामलीला मैदान में आयोजित ‘भारत बचाओ रैली’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “कल संसद में भाजपा के नेता मुझसे माफी की मांग कर रहे थे। लेकिन मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, मैं राहुल गांधी हूं. मैं माफी नहीं मागूंगा।”

राहुल गांधी ने हिंदूवादी नेता विनायक दामोदर सावरकर पर निशाना साधा तो महाराष्ट्र में गठबंधन सहयोगी शिवसेना ने उसपर नाराजगी जाहिर की। शिवसेना ने राहुल गांधी का बगैर नाम लिए उन्हें सावरकर का अपमान न करने की नसीहत दी। शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने मराठी में ट्वीट किया, “हम पंडित नेहरू, महात्मा गांधी को भी मानते हैं, आप वीर सावरकर का अपमान मत करो। बुद्धिमान लोगों को ज्यादा बताने की जरूरत नहीं होती।” दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि वीर सावरकर महाराष्ट्र ही नहीं, पूरे देश के लिए आदरणीय हैं।

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