नवरात्र की शुरुआत के साथ ही बजरंग दल ने तमाम गरबा और डांडिया आयोजकों को फरमान जारी किया है कि इन आयोजनों में गैर हिंदू समुदाय के लोगों को आने पर रोक लगाई जाए। बजरंग दल की ओर से इन तमाम आयोजकों को फरमान जारी किया गया है कि वह गरबा और डांडिया के कार्यक्रम में आने वालों का पहचान पत्र अवश्य देखें। इन्हें बिना आधार कार्ड देखे प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाए। बजरंग दल काशी महानगर के संयोजक निखिल त्रिपाठी ‘रुद्र’ का कहना है कि ऐसा करने से तमाम गैर हिंदू समुदाय के लोग जो गरबा और डांडिया के कार्यक्रम में आते हैं उनकी पहचान हो सकती है और उन्हें इन कार्यक्रम में आने से रोका जा सकता है।

बजरंग दल की ओर से तमाम आयोजकों को एक खुला पत्र जारी किया गया है, जिसमे दावा किया गया है कि पिछले कुछ वर्षों में गैर हिंदू संगठन के लोग इन कार्यक्रमों में आते हैं और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं। यही नहीं ये लोग यहां के युवाओं के साथ मारपीट भी करते हैं। जो भी यहां कार्यक्रम के दौरान छेड़खानी करता है उसके बचाव में सामने आने वाले लोगों के साथ भी ये लोग मारपीट करते हैं। लिहाजा बिना आधार कार्ड को देखे किसी भी व्यक्ति को इस कार्यक्रम में प्रवेश की अनुमति न हीं दी जाए।

गरबा स्थल में प्रवेश रोकने के लिए नवरात्रि के दौरान होने वाले समारोहों में हिस्सा लेने वालों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य बनाएं। संगठन ने आयोजकों से कहा कि गैर-हिंदुओं का पता लगाने के लिए प्रवेश स्थल पर आधार कार्ड अनिवार्य करें। बता दें कि नवरात्र के दौरान पूरे देश में अलग लोग गरबा, डांडिया, नवरात्र पूजा आदि कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं, जिसमे बड़ी संख्या में लोग शिरकत करते हैं।

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