प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सरकार की तरफ से कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती को ऐतिहासिक कदम बताया। पीएम मोदी ने कहा कि यह कदम मेक इन इंडिया को बहुत बढ़ावा देगा। इससे दुनिया भर से निवेशक भारत में निवेश करने के प्रति आकर्षित होंगे। इसके साथ ही हमारे प्राइवेट सेक्टर में प्रतियोगिता को बढ़ावा मिलेगा।

इसके साथ ही रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। ऐसे में इससे 130 करोड़ भारतीयों की जय जयकार होगी। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि पिछले कुछ सप्ताह में की गई घोषणाएं दर्शाती हैं कि हमारी सरकार भारत को व्यापार करने का बेहतर स्थान बनाने, समाज के सभी वर्गों के लिए अवसरों में सुधार करने और भारत को समृद्ध बनाने के साथ ही 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है।

मालूम हो कि शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी काउंसिल की बैठक से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुस्त अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए कई कदमों की घोषणा की। वित्त मंत्री ने घरेलू कंपनियों के साथ ही नई मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स रेट में कटौती का प्रस्ताव रखा।

उन्होंने विकास को रफ्तार देने के लिए नई घरेलू कंपनियों की कॉर्पोरेट टैक्स को घटाकर 22 फीसदी कर दिया। यह छूट उन्हीं कंपनियों को मिलेगी जिन्होंने पहले किसी तरह का इन्सेंटिव या छूट ना प्राप्त की हो। वित्त मंत्री की घोषणा का असर शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। सीतारमण की घोषणा के बाद से सभी सेक्टरों के शेयरों में उछाल देखने को मिला।

वित्त मंत्री ने कहा कि घरेलू कंपनियों पर टैक्स की छूट की दर सरचार्ज और सेस जोड़कर 25.17 फीसदी हो जाएगी। इससे पहले यह दर 30 फीसदी थी। वित्त मंत्री की इस घोषणा व अन्य रियायतों के बाद से सरकारी खजाने पर 1.45 लाख करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। वित्त मंत्री मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए 2019-20 में 1 अक्तूबर के बाद से गठित कंपनियों के लिए 15 फीसदी टैक्स की घोषणा की।

इसमें ऐसी कंपनियों की तरफ से 2023 से पहले उत्पादन शुरू करने की बात कही गई। इन कंपनियों पर सभी तरह के सरचार्ज और सेस मिलाकर कॉर्पोरेट टैक्स की प्रभावी दर 17.10 फीसदी होगी।

जनसत्ता

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here