पश्चिम बंगाल विधानसभा की तीन सीटों के उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। इन तीनों ही सीटों पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर है। पश्चिम मेदिनीपुर जिले की खड़गपुर सदर, नदिया जिले की करीमपुर व उत्तर दिनाजपुर की कालियागंज सीट के लिए वोट डाले जा रहे हैं। कालियागंज सीट कांग्रेस विधायक प्रमथनाथ राय के निधन के बाद खाली हुई है। वहीं खड़गपुर सीट से विधायक निर्वाचित हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने लोकसभा चुनाव जीतने का बाद इस सीट से इस्तीफा दे दिया था। करीमपुर सीट तृणमूल कांग्रेस पार्टी की विधायक विधायक महुआ मैइत्रा ने भी कृष्णनगर संसदीय सीट जीतने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
इस साल मई हुए लोकसभा चुनावों के बाद यह पहला मौका होगा जब यह राज्य में राजनीतिक दल चुनावी मैदान में एक-दूसरे का सामना करेंगे। लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की 18 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के लिए बंगाल की तीन सीटों पर होने वाला चुनाव अग्निपरीक्षा के समान है। भाजपा जहां इन तीनों सीटों को जीतकर अपनी मजबूती का दमदार प्रदर्शन करना चाहेगी वहीं टीएमसी पर इन सीटों पर जीत हासिल कर अपनी खिसकती जमीन को बचाने का दारोमदार होगा। कांग्रेस और सीपीएम ने इन उपचुनावों में एकसाथ मिल कर लड़ने का फैसला किया है। वाममोर्चा ने खड़गपुर जबकि कांग्रेस ने कालियागंज सीट पर अपना उम्मीदवार उतारा है।