आरटीआई कार्यकर्ता ने तत्कालीन सीएम अखिलेश को भी लपेटे मे लिया

लखनऊ ।बी चन्द्रकला…यूपी की एक ऐसी आईएएस अधिकारी, जो पूर्व में कई सुर्खियां बटोर चुकीं है। इन्होंने अपने कारनामों से हर गलियों को गुलजार करने का काम किया था। अब इसी बीच, यह चर्चित आईएएस ऑफिसर एक मर्तबा फिर से सुर्खियों में आ चुकीं हैं। बताया जा रहा है कि इस बार उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है, चुंकि एक आरटीआई कार्यकर्ता ने उनकी सनसनीखेज पोल खोल कर रख दी, जो उनकी मुश्किलों को बढ़ाने का काम कर सकती है। 

इस आरटीआई कार्यकर्ता ने 39 पेज का पुलिंदा सीबीआई् के अधिकारियों को देकर इस बात का सनसनीखेज खुलासा किया है कि बी चन्द्रकला के जिलाधिकारी रहने के दौरान जिले में बड़े पैमाने पर अवैध खनन हुआ था। इस पर पांबदी लगाने के लिए लाख जतन के लिए, मगर कुछ भी काम धरातल पर उतरने में कामयाब नहीं हो पाया। इस अवैध खनन को लेकर शिकायतें की गई, मगर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

आरटीआई कार्यकर्ता ने अपने 39 पेज के पत्र में कहा कि तब सूबे के तत्तकालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी इस संबंध में मौरंग खनन के 66 पट्टों के बारे में पत्र भेजा था, मगर वो सारे पत्र दबा लिए गए।

इतना ही नहीं, मौरंग कारोबारियों ने तो धमकी दी थी। हमला किया था। आरटीआई कार्यकर्ता ने बताया कि मौरंग विभाग ने अवैध खनन को लेकर पट्टों के बारे में जानकारी मांगी थी, मगर कोई सूचना नहीं दी गई। कोई कार्रवाई नहीं की गई। फिलहाल तो सीबीआई ने आरटीआई कार्यकर्ता कमलेश संविता के सभी दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया है। अभी तो फिलहाल इस पूरे प्रकरण को लेकर सीबीआई का अंतिम रूख क्या होता है। इसका इंतजार काफी बेसब्री से किया जा रहा है।

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