उन्होंने कहा, ‘‘ शिवसेना का उद्देश्य किसानों को कर्ज से मुक्त करना है बजाय कि उनका कर्ज माफ करना.’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की फसल बीमा योजना और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की प्रशंसा करते हुए उद्धव ने कहा कि उनकी कोशिश सबसे गरीब लोगों को साल में छह सिलेंडर मुफ्त देने की होगी.

उन्होंने वादा किया कि ग्रामीण इलाकों में गरीबों को दस रुपये में भरपेट खाना और एक रुपये में प्राथमिक स्वास्थ्य जांच की सुविधा दी जाएगी. विधासनसभा के नतीजों को लेकर उन्होंने कहा, ‘‘आप उस बल्लेबाज की स्थिति की कल्पना कर सकते हैं जिसे कम गेंदों पर अधिक रन बनाने हो लेकिन मुझे ऐसी कोई चिंता नहीं है. हमारे अंक निर्धारित और लक्ष्य तय है, हम पहले ही मुकाबला जीत चुके हैं.’’

बाद में पुणे के जून्नार, पिंपरी-चिंचवाड़ में रैलियों को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि थकी हुई राजनीतिक पार्टिया राज्य का विकास नहीं कर सकती. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टिया राजनीतिक दृश्य से गायब हो जाएंगी. ठाकरे ने जून में अपनी अयोध्या यात्रा का भी उल्लेख किया.

उन्होंने कहा, ‘मैंन शिवनेरी किले (जहां पर छत्रपति शिवाजी का जन्म हुआ था) की मिट्टी अयोध्या लेकर गया था और अब हम चमत्कार देख रहे हैं, उच्चतम न्यायालय रामजन्म भूमि पर फैसला देने वाला है.’ ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच को लेकर आलोचना की. हाल ही में राकांपा प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र सहकारी बैंक घोटाले में अपना नाम आने के बाद पूछताछ के लिए स्वयं ईडी कार्यालय जाने की पेशकश की थी.

उन्होंने कहा, ‘इन लोगों ने अपने शासनकाल में मुंबई के लोगों की रक्षा करने के लिए शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे को सजा दिलाने की कोशिश की थी. अब वे ईडी द्वारा दर्ज मामले पर शोर मचा रहे हैं.’

साभार : एजेंसी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here