अंकुर शर्मा

मुंबई। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को मंगलवार को भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा सम्मान ‘दादासाहब फाल्के अवॉर्ड’ देने की घोषणा हुई, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर ये जानकारी दी, इस घोषणा के बाद से ही अमिताभ बच्चन को दुनियाभर के फैंस सोशल मीडिया पर बधाई दे रहे हैं, बॉलीवुड से भी बिग बी को बधाईयां मिल रही हैं खुद अमिताभ बच्चन ने भी ट्वीट कर दादासाहब फाल्के अवॉर्ड दिए जाने पर खुशी जताते हुए सबका आभार जताया है।

कौन थे दादा साहेब फाल्के?

धुंडिराज गोविन्द फालके उपाख्य दादासाहब फाल्के वह महापुरुष हैं जिन्हें भारतीय फिल्म उद्योग का ‘पितामह’ कहा जाता है, उनका जन्म 30 अप्रैल 1870 में हुआ था, दादा साहब फालके, सर जे. जे. स्कूल ऑफ आर्ट से प्रशिक्षित सृजनशील कलाकार थे, वह मंच के अनुभवी अभिनेता थे और शौकिया जादूगर थे, वो प्रथम भारतीय चलचित्र बनाने का असंभव कार्य करनेवाले वह पहले व्यक्ति बने।

19 साल के फिल्मी करियर में 95 फिल्में बनाई थीं दादा साहेब ने

1913 में दादा साहेब ने ‘राजा हरीशचंद्र’ नाम की पहली फुल लेंथ फीचर फिल्म बनाई थी, दादा साहेब ने 19 साल के फिल्मी करियर में 95 फिल्में और 27 शॉर्ट फिल्में बनाई थीं। ‘द लाइफ ऑफ क्रिस्ट’ उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट माना जाता है, इस फिल्म को बनाने के लिए उन्होंने अपनी पत्नी से जेवर तक उधार रख दिए थे।

मूक फिल्म ‘सेतुबंधन’

दादा साहेब की आखिरी मूक फिल्म ‘सेतुबंधन’ थी, दादा साहेब ने 16 फरवरी 1944 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।

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