इमरान की मौजूदगी मे चीन के प्रवक्ता ने कहा- भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता से मसला हल करें

अनिता चौधरी
राजनीतिक संपादक

कश्मीर मसले पर पाकिस्तान अब बिलकुल अकेला नज़र आ रहा है । पाकिस्तान के इकलौते मित्र चीन ने भी अब कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से किनारा कर लिया ।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शेंग शुआँग से मंगलवार आठ सितंबर को मीडिया ब्रीफिंग में राष्ट्रपति “शी” के भारत दौरे और उससे पहले इमरान खान की चीन यात्रा पर सवाल पूछे गए। साथ ही पत्रकारों ने कश्मीर मुद्दे पर चीन के पक्ष को भी जानना चाहा इस पर शेंग ने कहा, “कश्मीर मुद्दे को द्विपक्षीय बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए। इस दौरान शेंग ने संयुक्त राष्ट्र और सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का कोई जिक्र नहीं किया। शेंग ने आगे कहा, “चीन भारत और पाकिस्तान से कश्मीर मुद्दे समेत सभी मसलों पर बातचीत करने और आपसी विश्वास बढ़ाने की अपील करता है। यह दोनों ही देशों और विश्व की साझा आकांक्षाओं के हित में है।”

चीन की तरफ से ये बयान तब आया है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दो दिवसीय दौरे पर वहां मौजूद हैं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग दो दिन बाद अपने भारत दौरे पर आ रहे हैं । माना जा रहा है कि आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को उबरने के लिए इस दौरे में इमरान कश्मीर और इकनामिक कारिडोर, दोनों पर बात करने वाले है । मगर इन सब के बीच चीन की तरफ से यह बयान कहीं न कहीं पाकिस्तान के लिए निराशाजनक है ।

वैसे माना जा रहा है कि कश्मीर मुद्दे पर चीन के परंपरागत रुख की तरफ लौटने का संकेत है। लेकिन उसका बदला सुर यह भी बता रहा है कि कहीं न कहीं अलग थलग पड़े पाकिस्तान से चीन भी किनारा करना चाह रहा है । पाकिस्तान के साथ चीन की गहरी दोस्ती की एक वजह मज़बूर इकनोमिक कॉरिडॉर भी रहा है मगर पिछले कुछ दिनों से चीन पाकिस्तान को इस कॉरिडोर पर और पैसा देने से मना कर चुका है ।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का यह बयान कश्मीर पर पेइचिंग के पुराने बयानों से हटकर है। आर्टिकल 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को वापस लिए जाने के बाद पहली प्रतिक्रिया में चीन के विदेश मंत्रालय ने 6 अगस्त को दो बयान जारी किए थे। एक बयान में चीन ने लद्दाख को अलग कर केंद्रशासित प्रदेश बनाने के भारत के फैसले का विरोध किया था। चीन लद्दाख पर अपना दावा करता है। उसने कश्मीर मुद्दे को यूएन ले जाने के लिए पाकिस्तान का समर्थन भी किया। लेकिन अब चीन ने भारत और पाकिस्तान से कश्मीर विवाद को द्विपक्षीय मुद्दा बताते हुए इसे बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण ढंग से हल करने की अपील की है ।

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