नई दिल्ली। चीनी सैनिकों की भारतीय सीमा पर घुसपैठ पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच एलएसी को लेकर असमंजस है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से कभी-कभी हमारी सेना भी उनके इलाके में पहुंच जाती है। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के एक सवाल के जवाब में राजनाथ ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि ‘दोनों देशों के बीच वास्तविक सीमा को लेकर भ्रम की स्थित है। इस वजह से कभी पीएलए तो कभी हम भी वहां पर घुस जाते हैं। दोनों देशों की सेनाओं के बीच अकसर बैठक होती हैं और किसी भी तरह के विवाद के स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास मेक्निजम है।’
राजनाथ ने कहा कि ‘मैं सदन को और सदन के जरिए सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सीमा सुरक्षा को लेकर सेनाएं पूरी तरह अलर्ट पर रहती हैं। वे किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। सेना सक्षम होने के साथ-साथ जागरुक भी है।’
सीमा विवाद पर रक्षा मंत्री ने कहा कि ‘सीमा को लेकर असमंजस की स्थिति के लिए एनएसए के बीच वार्ता, राजनयिक स्तर पर वार्ता और संयुक्त सचिव स्तर पर वार्ता जैसे विकल्पों का इस्तेमाल किया जाता है।’
गौरतलब है कि भारतीय नौसेना ने मंगलवार को पोर्ट ब्लेयर के पास दिखे एक संदिग्ध चीनी शिप का पीछा किया था। इसके बाद सेना ने उसे भारतीय समुद्री सीमा के बाहर खदेड़ दिया था। यह चीन का रिसर्च शिप शी यान 1 था। समुद्र सीमाएं ही नहीं बल्कि अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड से सटी सीमाओं पर भी चीनी सेना कई मौकों पर घुसपैठ कर चुकी हैं। डोकलाम विवाद तो कई दिनों तक चला था जिसमें दोनों देशों की सेनाओं ने एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा संभाला था। हालांकि बाद में इसे सुलझा लिया गया था।