पदम पति शर्मा
वरिष्ठ पत्रकार

धारा 370 हटाए जाने के बाद बौखलाया इमरान खान भारत से जंग की धमकी देने के साथ ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जैसे अति जिम्मेदार पद पर  काबिज होने के बावजूद एटमी वार जैसी निहायत गैरजिम्मेदाराना बात कर रहा है। जबकि वह इस बात से वाकिफ है कि धारा 370 हटाया जाना भारत का आन्तरिक मसला है। मगर जनता को भरमाने की कुचेष्टा करने वाले इमरान के एक और पहलू की हम यहाँ बात करने जा रहे हैं जिसका ताल्लुक उसके चरित्र से है। चार निकाह कर चुका यह शख्स न जाने कितनो के साथ हमबिस्तर हो चुका है। साथ ही यह बहुत बड़ा नशाखोर भी है।

पाकिस्तान की तहरीक-ए- इंसाफ पार्टी के संस्थापक पूर्व क्रिकेटर प्रधान मंत्री इमरान खां को महिलाओं का रसिया करार देते हुए उन्ही की निकट सहयोगी सबसे कम उम्र सांसद तीस वर्षीया आयशा गुलालई ने पार्टी से जब इस्तीफा दिया तब किसी को शायद ही आश्चर्य हुआ होगा। विश्व कप विजेता कप्तान इमरान को जो लोग क्रिकेट कैरियर के समय से जानते हैं वे उसकी रसिक मिजाजी से भी खूब वाकिफ हैं। दो दशक से भी ज्यादा के खेल जीवन के दौरान न जाने कितनी महिलाओं से उसके रोमांस और अंतरंग दोस्ती के समाचारों से लोग अक्सर दो चार होते ही रहते थे।

लंबी चौड़ी मजबूत कद काठी के कद्दावर हरफनमौला पठान इमरान खां की शख्सियत ही ऐसी थी कि सत्तर-अस्सी और नब्बे के शुरुआती दशकों के दौरान लड़कियां उस पर जान छिड़का करती थीं। अपने देश में वह महानायकों की तरह से लिया जाता ही था,  विदेशी धरती पर भी उसका जलवा कम नहीं हुआ करता था।

जीनत, ऐश्वर्या, मुनमुन सेन करीबी दोस्त

भारतीय फिल्म अभिनेत्रियों जीनत अमान, ऐश्वर्या राय और मुनमुन सेन से उसकी नजदीकियां जगजाहिर रही हैं। जीनत और ऐश्वर्या उसके आमंत्रण पर पाकिस्तान भी जाया करती थीं। 1978 से लेकर 1984 तक भारतीय टीम के साथ क्रिकेट सिरीज कवर करने के दौरान इमरान खां की आशिकी के किस्से मैने स्वयं खूब सुने और देखे। उसकी विदेशी बैंकर मित्र सीता व्हाइट ( स्मृति शेष ) रही हो या बबुशा ( जीनत अमान ), ये क्रिकेट सिरीज के दौरान भी इमरान के साथ समय बिताने आती रहती थीं।

बात 1982-83 सिरीज के तीसरे फैसलाबाद टेस्ट मैच के तीसरे दिन शाम की है। पाठकों को याद होगा कि तब टेस्ट मैचों में उन दिनों एक रेस्ट डे यानी विश्राम दिवस हुआ करता था। पूर्व संध्या पर पाकिस्तान काफी सुखद स्थिति में था और भारत के 372 के जवाब में पांच सौ से ज्यादा का स्कोर टांग चुका था। तत्कालीन भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर के साथ बातचीत के दौरान मैने पूछा कि बढ़त इतनी हो चुकी है कि चौथे दिन इमरान पारी घोषित कर देंगे ? सनी का जवाब था कि पाकिस्तान पारी घोषित नहीं करेगा। इसका कारण पूछने पर सनी ने इधर उधर देखते हुए आंख दबा कर फुसफुसाते स्वर में बताया कि इमरान सुबह गेंदबाजी के लायक ही नहीं रहेगा। ” जानते नहीं कि उसकी गर्ल फ्रेंड सीता व्हाइट आयी हुई है और वह लाहौर गया है जहां से चौथे दिन दस बजे से पहले फैसलाबाद के लिए वह चलने लायक ही नहीं रहेगा”

सनी की बातों में दम था इसका पता मैच के चौथे दिन अखबारों में प्रकाशित एक सनसनीखेज समाचार से हो गया जिसमें कहा गया कि इमरान की हत्या के प्रयास में एक व्यक्ति गिरफ्तार हो गया। जबकि हकीकत यह थी कि वह शख्स एक फोटोग्राफर था और जिस होटल के कमरे में इमरान ठहरा हुआ था, उसके रोशनदान पर चढ़ कर फोटो ले रहा था। यह वह दौर था जब इमरान तत्कालीन सैन्य तानाशाह जियाउल हक का प्यारा हुआ करता था। उसका बोला हुक्म समझा जाता था। क्या हश्र हुआ उस गरीब का यह तो पता नहीं मगर पाकिस्तानी टीम ने पारी घोषित नहीं की और 652 रन का पहाड़ खड़ा कर लिया था जिसके बोझ तले दब कर भारतीय टीम दस विकेट की हार के साथ सिरीज में 0-2 से पिछड़ गयी थी।

मुनमुन की ड्रग पार्टी में न जाने की मिली थी सजा

बंगाल की नमबर एक हीरोइन रहीं सुचित्रा सेन की अभिनेत्री बेटी मुनमुन भी इमरान की गहरी दोस्त थी उन दिनों। मुझे याद है कि उस सिरीज के छठे और अंतिम कराची टेस्ट की पूर्व संध्या पर दैनिक जागरण में लगे शीर्षक में पिच की तुलना मुनमुन सेन के गालों से की गयी थी।

लड़कियों से खेलना इमरान का, जिसे तब ‘ही मैन’ के संदर्भ में घोड़ा कहा जाता था, शगल हुआ करता था। 1995 में यहूदी बैंकर की पुत्री जेमाइमा गोल्ड स्मिथ से निकाह के पहले उसकी अऩगिनत महिला दोस्त रहीं थी। सीता व्हाइट जो आज दुनिया में नहीं हैं, अपने हक के लिए लड़ीं और इमरान को तायरान खां को अपनी बेटी स्वीकार करना पड़ा। इमरान ने 26 बरस की अब हो चुकी तायरान का संरक्षक जेमाइमा को बना दिया जिससे वह जून 2004 में तलाक ले चुका हैं पर दोस्ती आज भी बरकरार है। उसने 2015 में बीबीसी की कमसिन एंकर रहम से निकाह किया मगर वह दस महीने भी नहीं चला और तलाक हो गया।

कुछ बरस पहले की बात है कि सत्तारूढ़ पीएमएल एन के एक कद्दावर नेता हनीफ अब्बासी ने टीवी शो में इमरान की पार्टी के आजम स्वाति से इमरान के खून के नमूने की मांग कर दी थी। उनका दावा था कि इमरान ड्रग्स के साथ ही कोकीन और चरस का एडिक्ट है। हनीफ ने चुनौती दी थी कि इमरान कभी भी खंडन नहीं करेगा। सही कहा था अब्बासी नें. बात 1979-80 की सिरीज के कोलकाता टेस्ट के दौरान की है। एक शाम मुनमुन सेन के घर में ड्रग पार्टी थी। पाकिस्तानी टीम के एक खिलाड़ी यूनुस अहमद ने पार्टी में जाने से इनकार क्या कर दिया उनका कैरियर ही उस सिरीज के बाद समाप्त हो गया। उस समय यह मामला मीडिया में भी उछला था। यूनुस असल में इंग्लैंड मे पले बढ़े थे। इसलिए वह पाकिस्तानी क्रिकेट के रंग ढंग से काफी दूर रहे। इसका खामियाजा उनको भुगतना पड़ा।

यह उतना ही सही जितना सूरज का उगना

पाकिस्तानी टीम के लिए यही कहा जाता रहा है कि यह टीम अपने घर में साधु और बाहर शैतान होती है। विदेशी दौरों में उनसे कोई भी धतकरम छूटता नहीं। सुरा -सुंदरी के साथ ही ड्रग्स सेवन, मैच- स्पाट फिक्सिंग और तस्करी के न जाने कितने किस्से हैं पाकिस्तानी टीम के जिनके बारे में जिक्र शुरू कर दूं तो आपको नींद आ जाएगी, किस्से खतम नहीं होंगे।

कहा जा रहा है कि पख्तून मूल की आयशा को इमरान ने 2013 में गंदा एमएमएस भेजा था और वह अब चार साल बाद बोल रही है अपने नेता के खिलाफ ? जरूर इसमें कोई सियासत है। होगी सियासत मगर आयशा का यह आरोप कि इमरान चरित्रहीन है और महिलाओं को उसकी पार्टी ज्वाइन करने के पहले सौ बार सोचना चाहिए, उतना ही सही है जितना कि सूरज का पूरब से उगना।

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