पांचों आरोपी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बलात्कार की एक पीड़िता को बृहस्पतिवार को जिंदा जलाने की कथित तौर पर कोशिश करने वाले सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि यह घटना बिहार थानाक्षेत्र के सिंदुपुर गांव की है। पीड़िता को लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टरों ने कहा कि वह 90 फीसदी तक जल गई है और उसकी हालात बहुत गंभीर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़िता को सरकारी खर्च पर हरसंभव चिकित्सा सुविधा दी जाये ।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि योगी ने जिला प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर अदालत से सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाए।
पुलिस ने बताया कि घटना के वक्त पीड़िता अपने मुकदमे की पैरवी में रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा स्टेशन जा रही थी तभी गौरा मोड़ बिहार मौरांवा मार्ग पर आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।
बीघापुर के क्षेत्राधिकारी गौरव त्रिपाठी ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर पांचों अभियुक्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
सपा और कांग्रेस ने इस घटना को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कानून व्यवस्था को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है।
प्रियंका ने ट्वीट किया कि देश के गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कल झूठ कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति अच्छी हो गयी है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की हर रोज हो रही घटनाओं को देखकर गुस्सा आता है।
वहीं सपा ने कहा, “बलात्कार पीड़िता को जलाने का प्रयास उत्तर प्रदेश में चल रहे जंगलराज का नतीजा है। मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए और पुलिस महानिदेशक को इस्तीफा देना चाहिए। पीड़िता को अच्छे से अच्छा इलाज मिलना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पीड़िता को सुरक्षा भी मुहैया करायी जानी चाहिए।”
इस बीच, भाजपा की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता मनोज पाठक ने ‘भाषा’ से कहा कि शासन और प्रशासन सहयोगी पार्टी के कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित नहीं करते और समस्याओं को सुनते नहीं। यही कारण है कि मुख्यमंत्री की लाख कोशिशों के बावजूद राज्य में कानून-व्यवस्था सुदृढ नहीं हो पा रही है।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ मंडलायुक्त और पुलिस महानिरीक्षक को निर्देश दिया कि वे घटनास्थल का तत्काल निरीक्षण कर आज शाम तक अपनी रिपोर्ट सौंपे।