शिव की नगरी काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर परिसर में स्थित माँ श्रृंगार गौरी के नित्य दर्शन-पूजन शुरू करवाने के लिए शिवसेना के फायरब्रांड नेता अरुण पाठक ने मोर्चा खोल दिया है। इसके लिए वाराणसी के अलग-अलग स्थानों पर पोस्टर लगाए गए हैं जिस पर लिखा है “राजनीति के खेल में,श्रृंगार गौरी जेल में”। शिवसेना ने पोस्टर के जरिये भाजपा की केन्द्र व प्रदेश सरकार पर भी बड़ा हमला बोला है। पोस्टर में केन्द्र व प्रदेश सरकार को कोसते हुए लिखा है “माँ श्रृंगार गौरी को मुक्त करो, वरना गद्दी छोड़ दो”
प्रशासन पर मां श्रृंगार गौरी के कैद करने का लगाया आरोप
अरुण पाठक ने प्रशासन पर मां श्रृंगार गौरी को कैद करने का आरोप लगाया है। शिवसेना नेता ने कहा कि हमारी धर्मपत्नियों के साथ अगर कोई दुव्र्यवहार करता है तो हम कड़ी नाराजगी जताते हैं। लेकिन बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में उनकी धर्मपत्नी को ही कैद कर रखा गया है जिसे हम शिवसैनिक ही क्या कोई भी शिवभक्त बर्दाश्त नहीं करेगा। अरुण ने पोस्टर के जरिए लोगों को श्रृंगार गौरी के दैनिक दर्शन अभियान से जुड़ने की अपील भी की है।
शिवसेना के फायर ब्रांड नेता अरुण पाठक वर्षों से कर रहे आंदोलन
माँ श्रृंगार गौरी का नियमित दर्शन पूजन चालू करवाने के लिए कट्टर हिंदुत्ववादी व शिवसेना के फायर ब्रांड नेता अरुण पाठक 1993 से निरंतर संघर्षरत हैं। इस दौरान उन्होंने 2-2 बार रक्ताभिषेक भी किया। कई दर्जन टांके भी लगे। उनके ऊपर कई बार लाठीचार्ज हुए कई बार जेल भेजा गया और दर्जनों बार गिरफ्तार किए गए। इस बार सावन के आखिरी सोमवार को माँ श्रृंगार गौरी के दर्शन के प्रयास में पुलिस ने उन्हें फिर गिरफ्तार किया। पुलिस से धक्कामुक्की में उनके पैर में फ्रैक्चर भी हुआ।