एक वर्ष पूर्व 6 दिसम्बर को बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने काशी के न्यायाधीश बाबा लाटभैरव के दरबार में अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए अर्जी लगाई थी। साल भर के अंदर राम मंदिर निर्माण पर फैसला आने के बाद बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को बाबा के दरबार में महायज्ञ कर कृतज्ञता जताई। इस मौके पर सैकड़ों बजरंग दल व विहिप कार्यकर्ताओं ने हवन कुंड में आहुति दी।
सुबह 8 बजे से ही पूजन हवन की तैयारियां शुरू हो गयी थी। 11 वैदिक ब्राम्हणों के नेतृत्व में बाबा लाटभैरव को पंचामृत स्नान कराया गया। नवीन वस्त्र धारण कराकर सुगन्धित पुष्पों से बाबा लाटभैरव का श्रृंगार किया गया। 9 बजे से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महायज्ञ की विधियां आरम्भ की गई। एक तरफ ब्राम्हणों द्वारा मंत्रोच्चार हो रहा था तो दूसरी तरफ सैकड़ों रामभक्त छोटे-छोटे समूहों में आकर हवनकुंड की परिक्रमा कर रहे थे। हवन कुंड में आहुतियों का क्रम पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे तक चला।
इस मौके पर बजरंग दल काशी महानगर के संयोजक निखिल त्रिपाठी रुद्र ने कहा कि काशी के न्यायाधीश बाबा लाटभैरव से सच्चे मन से की गई हर प्रार्थना स्वीकार की जाती हैं। अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए देश की सर्वोच्च न्यायालय का फैसला इस बात का प्रमाण है। गत वर्ष 6 दिसम्बर को बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने बाबा लाटभैरव दरबार में राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने की अर्जी लगाई थी। जो एक साल पूरा होने से पहले ही पूरी हो गई।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से बजरंग दल काशी के महानगर संयोजक निखिल त्रिपाठी, शुभम त्रिपाठी, धीरज सिंह, मनोज मौर्य, विजय शंकर उपाध्याय, अमित वर्मा, दिनेश कुमार रहे।
मन्दिर परिसर बना छावनी
शुक्रवार को जुमे की नमाज़ होने के कारण लाटभैरव मंदिर के पूरे परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। आदमपुर थाना प्रभारी सतीश कुमार सिंह स्वयं सदल बल डटे रहे।